سرگرمی نمبر ۱۰
دیے گئے آغاز کی مدد سے کہانی لکھے اور کہانی کا عنوان بھی لکھے۔
پرانے زمانے کی بات ہے کسی ملک پر ایک عادل بادشاہ حکومت کرتا تھا۔
ملک میں ہر طرف امن و امان اور خوش حالی تھی۔ ایک دن لوگ بازار میں
معمول کے کاموں میں مصروف تھے کہ پیوند کا لباس پہنے ایک شخص وہاں آیا
اور لوگوں کو آواز دے کر گئے انکا۔
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Answer:
एक असाधारण जीवन
Explanation:
बोहोत समय पहले एक राजा होते थे।उनका नाम राजा रामदास हुआ करता था।वो उल्ख राज्य के रहा थे।उनके राज में शांति थी लेकिन जीवन में कोई ना कोई उलझन रहती ही थी।
एक बार उनके सिपाही दौड़ते हुए आए और बोले "देखिए महाराज आज बाज़ार में बोहोत भीड़ है।बोहोत लोगो की भीड़ जमा है."
राजा ने अपने मंत्रियों से कहा कि जाकर पता करें कि क्या मामला है।
दो मंत्री सैनिकों के संग गए और देखा की लोग एक
फकीर के इर्द गिर्द बैठे हैं।वो फकीर उन्हें जीवन के बारे में ज्ञान दे रहा है।मंत्रियों ने महसूस किया की उस फकीर की बातें लोगो पर जादुई असर केर रही हैं।उन्होंने इस बारे में राजा को बताया।
राजा भी भेस बदल केर उस फकीर के दर्शन को गए।फकीर ने उनसे पूछा कि बताओ तुम्हे क्या तकलीफ है।मेरे पास दुनिया की हर तकलीफ का इलाज है।
राजा ने कहा कि " मैं काफी धनी व्यक्ति हूं।धन दौलत की कोई कमी नहीं है फिर भी अकेलापन महसूस करता हूं।परिवार वालो से नहीं बनती।मेरे घर में मेरी पत्नी और मां के बीच सास बहू वाले झगड़े रोज़ ही होते हैं जिससे की मन्न की शांति खिन्न हो जाती है।घर जाने को भी मनन भी करता।"
फकीर ने राजा की बात ध्यान से सुनी फिर उन्होंने कहा " तुम अपनी पत्नी और मा से केना की एक दूसरे कि अच्छाई और बुराई एक पन्ने में लिखें फिर आकलन करें कि क्या कोई ऐसी बुराई है जिससे बदला ना जा सके।या अग्र हो सके तो केवल अच्छाई याद रखें और बुराई को भूल जाएं।आराम से प्यार और अपनेपन से रहें।मनुष्य एक सामाजिक जीव है वो कभी भी अकेला नहीं रह सकता।यदि आपके पास परिवार है तो इसका अर्थ है कि आप बोहोत खुशनसीब हैं क्यूंकि ऐसा खज़ाना और कहीं नहीं मिलता।हर किसी को ये खुशनसीबी नहीं मिलती की उसके पास एक परिवार हो।"
फकीर बाबा की बात सुनकर राजा की आंखें भी आई।राजा ने फकीर बाबा से सच कहा था क्यूंकि उसका परिवार ऐसा ही था।लेकिन आज राजा को अपनी समस्या का हाल मिल गया था।वो फकीर बाबा के लिए भोजन लाए थे।उन्होंने फकीर बाबा के संग ही भोजन किया और अपने घर चले गए।
गांववालो ने फकीर बाबा के रहने की व्यवस्था के एक घर में कि और रोज़ उनसे मिलने आते और जीवन का सच ज्ञान प्राप्त करते।