ਅਣ ਸ਼ਬਦ ਦੇ ਤਿੰਨ ਅਗੇਤਰ ਦੱਸੋ
Answers
The prefix is group of letters which is used before the word.
For example you have the word unhappy wherein the prefix is un.
For unprivileged word, the prefix can be under – privileged, not privileged and non-privileged.
So depending on the word you can add the prefixes which do not change the meaning of the word.
Explanation:
यदि मैं एक पक्षी होता तो आसमान में उड़ कर बादलों के बीच में खेलता और वहां पर ठंडी- ठंडी हवा का भरपूर आनंद लेता, क्योंकि यहां धरती पर हमें आए दिन यातायात के साधनों का उपयोग करना पड़ता है, एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए। अगर मैं पक्षी होता तो आसानी से उड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर चला जाता।
हर मनुष्य अपने जीवन में कुछ ना कुछ उम्मीद रखता है। वह सोचता है कि पक्षी का जीवन सबसे अच्छा माना जाता है। पक्षियों को किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं होती है, ना उनकी कोई उम्मीद होती है। वह सिर्फ अपनी धुन में मस्त रहते हैं और हमेशा आसमान की ऊंचाइयों पर उड़ते रहते हैं। मेरा मन भी इन सभी पक्षियों की तरह जीवन जीने को करता है।
यदि मैं एक पक्षी होता तो आसमान में उड़ कर बादलों के बीच में खेलता और वहां पर ठंडी- ठंडी हवा का भरपूर आनंद लेता, क्योंकि यहां धरती पर हमें आए दिन यातायात के साधनों का उपयोग करना पड़ता है, एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए। अगर मैं पक्षी होता तो आसानी से उड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर चला जाता।
हर मनुष्य अपने जीवन में कुछ ना कुछ उम्मीद रखता है। वह सोचता है कि पक्षी का जीवन सबसे अच्छा माना जाता है। पक्षियों को किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं होती है, ना उनकी कोई उम्मीद होती है। वह सिर्फ अपनी धुन में मस्त रहते हैं और हमेशा आसमान की ऊंचाइयों पर उड़ते रहते हैं। मेरा मन भी इन सभी पक्षियों की तरह जीवन जीने को करता है।
यदि मैं एक पक्षी होता तो आसमान में उड़ कर बादलों के बीच में खेलता और वहां पर ठंडी- ठंडी हवा का भरपूर आनंद लेता, क्योंकि यहां धरती पर हमें आए दिन यातायात के साधनों का उपयोग करना पड़ता है, एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए। अगर मैं पक्षी होता तो आसानी से उड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर चला जाता।
हर मनुष्य अपने जीवन में कुछ ना कुछ उम्मीद रखता है। वह सोचता है कि पक्षी का जीवन सबसे अच्छा माना जाता है। पक्षियों को किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं होती है, ना उनकी कोई उम्मीद होती है। वह सिर्फ अपनी धुन में मस्त रहते हैं और हमेशा आसमान की ऊंचाइयों पर उड़ते रहते हैं। मेरा मन भी इन सभी पक्षियों की तरह जीवन जीने को करता है।
यदि मैं एक पक्षी होता तो आसमान में उड़ कर बादलों के बीच में खेलता और वहां पर ठंडी- ठंडी हवा का भरपूर आनंद लेता, क्योंकि यहां धरती पर हमें आए दिन यातायात के साधनों का उपयोग करना पड़ता है, एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए। अगर मैं पक्षी होता तो आसानी से उड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर चला जाता।
हर मनुष्य अपने जीवन में कुछ ना कुछ उम्मीद रखता है। वह सोचता है कि पक्षी का जीवन सबसे अच्छा माना जाता है। पक्षियों को किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं होती है, ना उनकी कोई उम्मीद होती है। वह सिर्फ अपनी धुन में मस्त रहते हैं और हमेशा आसमान की ऊंचाइयों पर उड़ते रहते हैं। मेरा मन भी इन सभी पक्षियों की तरह जीवन जीने को करता है।