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अथवा
'द्वन्द समास ' की उदाहरण सहित लिखिए।
पश्न 12 : वकोक्ति अलंकार की उदाहरण सहित परिभाषा लिखिए।
अथवा
रस की परिभाषा एवं उसके प्रकार लिखिए।
प्रश्न 13 : नर्मदा और सोन से संबंधित लोककथा लिखिए।
अथवा
भारतीय चिकित्सा विज्ञान का ' स्वर्णयुग ' किसे कहा जाता है और
क्यों ? लिखिए।
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Answers
Answer:
1. द्वंद्व समास की परिभाषा
जिस समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय ‘और’, ‘अथवा’, ‘या’, ‘एवं’ आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। जैसे:
द्वंद्व समास के उदाहरण
अन्न-जल : अन्न और जल
अपना-पराया : अपना और पराया
राजा-रंक : राजा और रंक
2. जहाँ किसी के कथन का कोई दूसरा पुरुष श्लेष या काकु (उच्चारण के ढंग) से दूसरा अर्थ करे, वहाँ वक्रोक्ति अलंकार होता है।
वक्रोक्ति अलंकार का उदाहरण -
एक कह्यौ ‘वर देत भव, भाव चाहिए चित्त’।
सुनि कह कोउ ‘भोले भवहिं भाव चाहिए ? मित्त’ ।।
किसी ने कहा-भव (शिव) वर देते हैं; पर चित्त में भाव होना चाहिये।
यह सुन कर दूसरे ने कहा- अरे मित्र, भोले भव के लिए ‘भाव चाहिये’ ?
अर्थात शिव इतने भोले हैं कि उनके रिझाने के लिए ‘भाव’ की भी आवश्यकता नहीं।
3. रस की परिभाषा
रस : रस का शाब्दिक अर्थ है 'आनन्द'। काव्य को पढ़ने या सुनने से जिस आनन्द की अनुभूति होती है, उसे रस कहा जाता है। ... श्रव्य काव्य के पठन अथवा श्रवण एवं दृश्य काव्य के दर्शन तथा श्रवण में जो अलौकिक आनन्द प्राप्त होता है, वही काव्य में रस कहलाता है।
रस के प्रकार
1. श्रृंगार रस
2. करुण रस
3. वीर रस
4 हास्य रस
5. रौद्र रस
6. भयानक रस
7. वीभत्स रस
8. अद्भुत रस
9. शांत रस
10. वात्सल्य रस
11. भक्ति रस
Explanation:
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