05
निम्नलिखित गद्यांश को पढकर नीचे दिये गये प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए ।
धन लोभ ने मानव भागों को पूर्ण रूप से अपने अधीन कर लिया है कुलीनता और शराफत, गुण और और
योग्यता की कसौती, पैसा और केवल पैसा है। जिनके पास पैसा है वे देवता स्वरूप हैं। चाहे उनका अंत:करण
कितना ही काला क्यों न हो। साहित्य, संगीत और कला सभी धन की दहेली पर माथा टेकते हैं। यह हवा इतनी
जहरीली हो गई है कि इस में जीवित रहना कठिन होता जा रहा है। डॉक्टर और हकीम है की विना लंवी फिश लिये
बात ही नहीं करते । वकील वेरस्टर हैं की वे समय को अशर्फियां में तोलते हैं। मौलवी साहब और पंडित जो भी
पैसे वालों के बिना पैसे की गुलाम हैं। अखबार उन्हीं का राग अलाप ते हैं। आज गुण और योग्यता की सफलता
आर्थिक मूल्य के हिसाव से मानी जाती है। इस अर्थ लोलुप ताने आदमी के दिलों दिमाग पर इतना अधिकार जमा
लिया है कि उसके राज्य पर किसी और से भी आक्रमण करना कठिन दिखाएं देता है। स्नेह, सच्चाई और सौजन्य
सौजन्य का पुतला मनुष्य का दिमाग दयाहीन जड़ यंत्र बनकर रह गया है। इस महाजनी सभ्यता ने नियम बना लिए
।
1.
किसने मानव भागों को अधीन कर लिया है ?
क.
ख.
धन लोभ
घ.
कुलीनता
नृत्यगान
सत्य अहिंसा
वर्तमान में योग्यता किस से आन्की जाती है ?
संगीत से
2.
क.
शराफत से
अंत:करण से
ग.
धन से
3.
अर्थ लोलुपता से कौन सी बुराई बढ़ गई है ?
ख
अहंकार
ममता
स्वार्थपरता
4
गुलाम सभ्यता
महाजनी सभ्यता
किस सभ्यता ने नए-नए नियम बना लिए हैं
क. मजहबी सभ्यता
ग.
देवीय सभ्यता
घ.
गद्यांश का उचित शीर्षक क्या है ?
क. अर्थ प्रधान युग के दोष ख.
ग.
ताम्र युग के दोष
घ.
5.
धर्म युग के दोष
आदि युग के दोष
Answers
Answered by
0
Answer:
1. dhanlobh..
2. dhan se..
3. ahankar..
4. mahjabi..
5. dharm yugh ke dosh
aadi yugh ke dosh
Similar questions