1.
1. निम्नांकित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर संक्षिप्त में लिखिए.
इस देश के कोटि-कोटि दरिद्रजनों की हीन अवस्था को दूर करने के लिए ऐसे अनेक कायदे कानून बनाए
गए हैं जो कृषि, उद्योग, वाणिज्य, शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति को अधिक उन्नत और सुचारू बनाने के
लक्ष्य से प्रेरित है, परंतु जिन लोगों को इन कार्यों में लगना है, उनका मन सब समय पवित्र नहीं होता। प्राय:
वे ही लक्ष्य को भूल जाते हैं और अपनी ही सुख सुविधा की ओर ज्यादा ध्यान देने लगते हैं। भारतवर्ष सदा
कानून को धर्म के रूप में देखता आ रहा है। आज एकाएक कानून और धर्म में अंतर कर दिया गया है। धर्म
को धोखा नहीं दिया जा सकता है, कानून को दिया जा सकता है। यही कारण है कि जो लोग धर्म भीरू हैं, वे
कानून की त्रुटियों से लाभ उठाने में संकोच नहीं करते।
प्रश्न-
(क) "जिन लोगों को इन कार्यों में लगना है, उनका मन सब समय पवित्र नहीं होता।" इस कथन के माध्यम
से लेखक कैसे लोगों की ओर क्या संकेत करना चाहता है?2
(ख)"धर्म को धोखा नहीं दिया जा सकता है, कानून को दिया जा सकता है।" कथन का आशय स्पष्ट
कीजिए।
(ग) आज एकाएक कानून और धर्म में क्या अंतर कर दिया गया है।
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इस देश के कोटि-कोटि दरिद्रजनों की हीन अवस्था को दूर करने के लिए ऐसे अनेक कायदे कानून बनाए
गए हैं जो कृषि, उद्योग, वाणिज्य, शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति को अधिक उन्नत और सुचारू बनाने के
लक्ष्य से प्रेरित है, परंतु जिन लोगों को इन कार्यों में लगना है, उनका मन सब समय पवित्र नहीं होता। प्राय:
वे ही लक्ष्य को भूल जाते हैं और अपनी ही सुख सुविधा की ओर ज्यादा ध्यान देने लगते हैं। भारतवर्ष सदा
कानून को धर्म के रूप में देखता आ रहा है। आज एकाएक कानून और धर्म में अंतर कर दिया गया है। धर्म
को धोखा नहीं दिया जा सकता है, कानून को दिया जा सकता है। यही कारण है कि जो लोग धर्म भीरू हैं, वे
कानून की त्रुटियों से लाभ उठाने में संकोच नहीं
Explanation:
inme se answer dhundho ;)
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