Hindi, asked by samad27786, 1 day ago

(1×15=15)
प्रश्न 1 निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के सही विकल्प का चुनाव कीजिए ।1×10=10
"नम्रता ही स्वतंत्रता की जननी है"- यह कथन उचित है ।लोग भ्रम वश अहंकार को स्वतंत्रता की जननी मान लेते हैं किंतु उन्हें इस बात का उचित ज्ञान नहीं होता कि अहंकार स्वतंत्रता का गला ही घोंट सकता है ।स्वतंत्रता में स्वाभिमान अवश्य अनिवार्य तत्व है किंतु स्वाभिमान को अहंकार तक संकुचित करना उचित नहीं है।
स्वतंत्रता में स्वाभिमान तथा नम्रता दोनों का सहयोग जरूरी है। यह बात निश्चित है कि जो मनुष्य मर्यादा पूर्वक जीवन व्यतीत करना चाहता है, उसके लिए स्वाभिमान तथा नम्रता जरूरी है ।इससे निर्भरता आती है तथा हमें अपने पैरों पर खड़े होना आता है ।आज युवा वर्ग अपनी आकांक्षाओं तथा योग्यताओं के कारण बहुत आगे निकल गया है ,लेकिन उसे ध्यान रखना चाहिए कि वह अपने बड़ों का सम्मान करें तथा बराबर के लोगों से कोमलता का व्यवहार करें ।यह आत्म मर्यादा के लिए आवश्यक है।
इस संसार में जो कुछ हमारा है, उसमें बहुत से अवगुण तथा थोड़े गुण, यह सब इस बात की आवश्यकता प्रकट करते हैं कि हमें अपनी आत्मा को नम्र रखना चाहिए ।नम्रता से अभिप्राय दब्बू पन से नहीं है ,जिसके कारण मनुष्य दूसरों का मुंह देखता है, जिससे उसका संकल्प क्षीण तथा उसकी प्रज्ञा मंद पड़ जाती है, जिसके कारण आगे बढ़ने के समय भी हम पीछे रह जाते हैं और अवसर आने पर उचित निर्णय नहीं कर पाते हैं। इस प्रकार मनुष्य का जीवन उसके हाथों में है ।सच्ची आत्मा वही है जो विपरीत परिस्थितियों में स्वाभिमान को बनाए रखने में सफल होती है।
1 *वर्तमान समय में युवा वर्ग की क्या स्थिति है*?
अ) युवा वर्ग अपने से बड़ों की भावनाओं का ध्यान रखता है।
ब ) युवा वर्ग अपनी आकांक्षाओं और योग्यताओं के कारण बहुत आगे निकल गया है।
स)युवा वर्ग अपनी स्वतंत्रता का गला घोट सकता है
द) युवा वर्ग अधिक विनम्र है
2 *स्वतंत्रता का नम्रता तथा* *स्वाभिमान से क्या संबंध है* ?*
अ ) स्वाभिमान के बिना नम्रता का होना व्यर्थ है ।
ब) स्वतंत्रता में स्वाभिमान तथा नम्रता दोनों का सहयोग जरूरी नहीं है।
स) स्वतंत्रता में स्वाभिमान तथा नम्रता दोनों का सहयोग जरूरी है।
द) केवल स्वाभिमान का होना ही आवश्यक है।
3 *सच्ची आत्मा को किस प्रकार परिभाषित किया गया है?*
अ)सच्ची आत्मा विपरीत परिस्थितियों में स्वाभिमान तथा नम्रता को बनाए रखती है।
ब) सच्ची आत्मा मर्यादा का पालन नहीं करती है ।
स) सच्ची आत्मा आगे बढ़ने के समय भी पीछे रह जाती है।
द) सच्ची आत्मा में कई अवगुण होते हैं।
4 *लेखक नम्रता से संबंधित किस गलत धारणा का खंडन करता है?*
अ) नम्रता के कारण मनुष्य दूसरों से बहुत आगे निकल जाता है।
ब) नम्रता से अभिप्राय दब्बू पन से नहीं है कि हमें दूसरों का मुंह देखना पड़े ।
स) नम्रता के कारण हम कई उचित निर्णय ले पाते हैं ।
द) आज के समय में नम्रता अनिवार्य है।
5 *हमें अपने से बड़ों तथा बराबर वालों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए?*
अ) हमें अपने से बड़ों के साथ कोमलता का व्यवहार करना चाहिए तथा बराबर वालों का सम्मान करना चाहिए।
ब) हमें अपने से बड़ों का सम्मान करना चाहिए तथा बराबर वालों के साथ कोमलता का व्यवहार करना चाहिए ।
स)उपरोक्त दोनों विकल्प सही है।
द) उपरोक्त दोनों विकल्प गलत है।
6 *'स्वतंत्रता' और 'दब्बू पन' में प्रयुक्त प्रत्यय लिखें।*
अ) स्वतंत्रता में स्व और दब्बू पन में दब्बू
ब) स्वतंत्रता में तंत्र और दब्बू पन में पन
स)स्वतंत्रता में ता और दब्बू पन में पन।
द)कोई भी विकल्प सही नहीं है।
7 *उपर्युक्त गद्यांश किस विषय वस्तु पर आधारित है?*
अ) अहंकार ही स्वतंत्रता की जननी है।
ब) नम्रता ही स्वतंत्रता की जननी है
स) अहंकार स्वतंत्रता के लिए आवश्यक है ।
द) कोई भी विकल्प सही नहीं है।
8 *मनुष्य का जीवन किसके हाथ में है ?*
अ)मनुष्य का जीवन अहंकार के हाथ में है।
ब) मनुष्य का जीवन स्वाभिमान के हाथ में है।
स) मनुष्य का जीवन उसके अपने हाथों में है।
द) मनुष्य का जीवन किसी के हाथ में नहीं है।
9 *मर्यादा पूर्वक जीवन जीने के लिए क्या आवश्यक है?*
अ) नम्रता और अभिमान दोनों
ब) केवल स्वाभिमान
स) स्वाभिमान और नम्रता दोनों
द) इनमें से कोई भी नहीं
10 *लोग भ्रम वश क्या उचित मान लेते हैं?*
अ ) लोग भ्रम वश अहंकार को स्वतंत्रता की जननी मान लेते हैं।
ब) लोग भ्रम वश स्वतंत्रता को अहंकार की जननी मान लेते हैं।
स) दोनों विकल्प सही हैं।
द) दोनों विकल्प सही नहीं है।
*प्रश्न २* निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए तथा इससे संबंधित प्रश्नों के उत्तर दीजिए (1× 5=5)
रोटी उसकी, जिसका अनाज, जिसकी जमीन ,जिसका श्रम है।
अब कौन उलट सकता स्वतंत्रता का सुसिद्ध, सीधा क्रम है।
आजादी है अधिकार परिश्रम का पुनीत फल पाने का ,
आजादी है अधिकार शोषणों की धज्जियां उड़ाने का ।
गौरव की भाषा नईं सीख, भीख मंगो की आवाज बदल,
सिमटी बाहों को खोल गरुड़, उड़ने का अंदाज बदल।
स्वाधीन मनुज की इच्छा के आगे पहाड़ हिल सकते हैं;
रोटी क्या? ये अंबर वाले सारे सिंगार मिल सकते हैं।
1 *सच्चे अर्थों में रोटी पर किसका अधिकार है*?
अ) जिसका अनाज
ब) जिसकी जमीन
स) ‌जिसका श्रम
द) सभी
2 *परिश्रम का फल किस से प्राप्त किया जा सकता है?*
अ) आजादी से
ब) बल से
स) प्रेम से
द) इनमें से कोई नहीं
3 *कवि ने गिड़गिड़ाना छोड़कर क्या करने के लिए कहा है?*
अ) आलसी
ब) स्वाभिमानी
स) अपराधी
द) इनमें से कोई नहीं
4 *पहाड़ को कौन हिला सकता है?*
अ) पराधीन
ब) स्वाधीन
स) स्वार्थी
द) सभी
5 *पुनीत शब्द का क्या अर्थ है?*
अ) अपवित्र
ब) पवित्र
स) परोपकारी
द) जिसकी नियत ठीक ना हो

Answers

Answered by Gk000007
1

Answer:

1. ब

2. स

3. अ

4. ब

5. ब

6. स

7. ब

8. स

9. स

10. अ

प्रश्न 2...

1. द

2. अ

3. ब

4. ब

5. ब

Answered by franktheruler
1

प्रश्न 1. गद्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर :

  • 1 वर्तमान समय में युवा वर्ग की यह स्थिति है कि युवा वर्ग अपनी आकांक्षाओं और योग्यताओं के कारण बहुत आगे निकल गया है।

विकल्प ( ब) सही है।

  • 2. स्वतंत्रता का नम्रता तथा स्वाभिमान से यह संबंध है स्वतंत्रता में स्वाभिमान तथा नम्रता दोनों का सहयोग जरूरी है।

विकल्प ( स ) सही है।

  • 3. सच्ची आत्मा को इस प्रकार परिभाषित किया गया है कि सच्ची आत्मा विपरीत परिस्थितियों में स्वाभिमान तथा नम्रता को बनाए रखती है। विकल्प ( अ ) सही है।

  • 4. लेखक नम्रता से संबंधित इस गलत धारणा का खंडन करता है कि नम्रता से अभिप्राय दब्बू पन से नहीं है कि हमें दूसरों का मुंह देखना पड़े। विकल्प ( ब) सही है।

  • 5. हमें अपने से बड़ों का सम्मान करना चाहिए तथा बराबर वालों के साथ कोमलता का व्यवहार करना चाहिए । विकल्प( ब) सही है।

  • 6. स्वतंत्रता' और 'दब्बू पन' में प्रयुक्त प्रत्यय : स्वतंत्रता में प्रत्यय है ता । दब्बू पन में प्रत्यय है पन विकल्प (स) सही है।

  • 7. उपर्युक्त गद्यांश नम्रता ही स्वतंत्रता की जननी है इस विषय वस्तु पर आधारित है।
  • विकल्प ( ब) सही है।

  • 8. मनुष्य का जीवन उसके अपने हाथों में है। विकल्प ( स) सही है।

  • 9. मर्यादा पूर्वक जीवन जीने के लिए नम्रता और स्वाभिमान दोनों आवश्यक है । विकल्प (स) सही है।

  • 10. लोग भ्रम वश अहंकार को स्वतंत्रता की जननी मान लेते हैं। विकल्प (अ ) सही है।

प्रश्न 2.

  • 1. सच्चे अर्थों में रोटी पर उसका अधिकार है जिसका श्रम हो। विकल्प ( स).
  • 2. परिश्रम का फल आजादी से प्राप्त किया जा सकता है। विकल्प ( अ ) सही है।
  • 3. कवि ने गिड़गिड़ाना छोड़कर स्वाभिमानी बनने के लिए कहा है। विकल्प ( ब) सही है।
  • 4. स्वाधीन पहाड़ को हिला सकता है। विकल्प ( ब) सही है।
  • 5. पुनीत शब्द का अर्थ है पवित्र विकल्प ( ब) सही है।

#SPJ3

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