1.
8.
कुछ समझा, कुछ याद आया
1. कवि किस 'राह' के बारे में बताना चाह रहे हैं?
2. इस 'राह' पर गुज़रनेवाले राही के बारे में कवि क्या कहते हैं?
3. कविता में अच्छा-बुरा सोचने के बजाय राही को क्या सलाह दी गई है?
सफल पंथी कौन-सा विश्वास लिए खड़ा है?
5. कवि राही से किस प्रकार की प्रतिज्ञा करने को कहते हैं?
6. निम्नलिखित पंक्तियों के भावार्थ लिखो।
यह निशानी मूक होकर भी बहुत कुछ बोलती है।
खोल इसका अर्थ पंथी, पंथ का अनुमान कर ले॥
4.
Answers
Explanation:
प्रश्न (क) कवि किस चीज को काली बताता है?
उत्तरः कवि कोयल, रात, शासन की करनी, कल्पना, काल-कोठरी, टोपी, कम्बल, लोहे की हथकड़ी पहरेदार की हुंकार आदि को काली बताता है।
प्रश्न (ख) ये काली चीजें केसा वातावरण निर्मित कर रही हैं?
उत्तरः ये काली चीजें निराशाजनक एवं भयप्रद वातावरण निर्मित कर रही हैं।
प्रश्न (ग) इस वातावरण में कोयल क्या कर रही है?
उत्तरः इस वातावरण में कोयल मदमाती प्रतीत हो रही है। शायद वह मर-मिटने का संदेश देना चाहती है।
अथवा
काली तू ................................................................... मदमाती !
प्रश्न (क) कवि ने अपने आस-पास के वातावरण की तुलना किन वस्तुओं से की है?
उत्तरः कवि ने अपने आस-पास के वातावरण की तुलना काली वस्तुओं से की है यथा-काली कोठरी, काली टोपी, काली कमली, काली लौह शृंखला आदि।
प्रश्न (ख) कवि को पहरेदारों की हुंकार कैसी लगती है?
उत्तरः पहरेदारों की हुंकार कवि को सर्पिणी जैसी अर्थात् सर्पिणी की फुंकार जैसी लगती है।
प्रश्न (ग) पहरेदार कैसा व्यवहार करते हैं ?
उत्तरः पहरेदार स्वतंत्रता सेनानियों को बात-बात पर गाली देकर उनके साथ अपमानजनक व्यवहार करते हैं।