1. ‘आत्मनिर्भर भारत-श्रेष्ठ भारत ‘ विषय पर एक निबंध अथवा कविता अथवा लेख लिखिए ।
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प्रस्तावना
“एक भारत , श्रेष्ठ भारत” को हम सब मिलकर जब आगे बढ़ांगे ,
तभी देश को आत्मनिर्भर बना पाएंगें”।
विविधता में एकता यही भारत की सबसे बड़ी विशेषता व पहचान है। भारत विभिन्न संस्कृतियों , जातियों , धर्मों , रीतिरिवाजों व परंपराओं का संगम स्थल हैं।
भारत के हर राज्य में लोगों की भाषा , पहनावा , रहन-सहन , संस्कृति , खान-पान सब कुछ बदल जाता है। बस कुछ नहीं बदलता तो , वह हैं उनकी भारतीयता व उनका अपने देश से अटूट प्रेम। और यही भारत की सबसे बड़ी ताकत है। जो पूरे देश को एकता व अखंडता के सूत्र में बांधती है।
विविधता में एकता
भारत विविधताओं का देश है। यह न सिर्फ भौगोलिक रूप से विविधताओं भरा है बल्कि इस देश में रहन-सहन , खान-पान , संस्कृति , धर्म , जाति , आस्था व विश्वास में भी व्यापक विविधता है।
इतनी विविधताओं के बावजूद भी ये देश एक सूत्र में बंधा है।और हर रोज आत्मनिर्भर होने के लिए प्रयासरत है। इस देश की विविधता ही भारत को विश्व में एक अलग पहचान दिलाती है। शेष विश्व के लिए भारत की यही विविधता , यहां की सांस्कृतिक विरासतें , पूर्वजों की धरोहरें , यहां का आध्यात्मिक ज्ञान और संस्कृति आकर्षण का केंद्र है।
एक भारत , श्रेष्ठ भारत अभियान
पूरे देश को एकता , अखंडता के सूत्र में बांधने वाले भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन (31 अक्टबूर 2015) के सुअवसर पर “एक भारत , श्रेष्ठ भारत” की शुरुआत की गई थी।
एक भारत , श्रेष्ठ भारत , देश के विभिन्न राज्यों में सांस्कृतिक एकता को बढ़ावा देने के लिए चलाया गया एक अभियान था। जिसका उद्देश्य विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासतें के माध्यम से देश के लोगों में राष्ट्रीय एकता , सहयोग , भाईचारे , सौहार्द की भावना को बढ़ावा देना है ।जो राष्ट्र के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा । साथ ही साथ इससे देश में शान्ति और सद्भावना भी बढ़ेगी ।
इसके माध्यम से एक राज्य के लोग , दूसरे राज्य की विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं को पहचानेंगे और उस राज्य की संस्कृति , परम्परा और भाषा के बारे में जानेंगे और उसे अपनाएंगे भी ।
इस कार्यक्रम के जरिये सभी 36 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों की समृद्ध संस्कृति , विरासत , खान-पान , पहनावा , हस्तकला , संस्कृति, परम्परा , भाषा , रीति-रीवाजों से देश के लोगों को रूबरू कराया गया।
इस अभियान में सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए दो अलग-अलग राज्यों को जोड़ीदार बनाया गया । जैसे उत्तराखंड़ और कर्नाटक , राजस्थान और असम आदि।
जैसे इस साल उत्तराखंड़ ने कर्नाटक को चुना। तो अब उत्तराखंड़ कर्नाटक की , संस्कृति, भाषा ,खानपान , पहनावा, रहन-सहन, पर्यटन, रीति-रिवाज , व्यवसाय आदि के बारे में जानेगा और समझेगा ।इससे दोनों राज्यों के बीच के भाईचारे के रिश्ते को बल मिलेगा ।
अब ऐसे ही हर साल, प्रत्येक राज्य किसी अन्य राज्य का चयन करेगा और उस राज्य की भाषा, संस्कृति , परंपरा , रीति-रिवाज , खान-पान आदि के बारे में जानेगा और अपनाएंगा। इसी तरह उत्तराखंड़ अगले साल किसी अन्य राज्य का चयन करेगा।
एक भारत , श्रेष्ठ भारत से एक राज्य के लोगों के मन में , दूसरे राज्य के लोगों के प्रति सम्मान की भावना का विकास होगा। और दोनों राज्यों के बीच रिश्ते और मजबूत बनेंगे।
एक भारत, श्रेष्ठ भारत में भारत सरकार के सूचना मंत्रालय , रेल मंत्रालय, खेल एवं युवा विभाग पर्यटन मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, मानव संसाधन मंत्रालय का भी सहयोग लिया जायेगा। जिससे राष्ट्रीय एकीकरण को बल मिलेगा।एक भारत, श्रेष्ठ भारत को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार दोनों मिलकर काम करेंगी।
राष्ट्र के लोगों को जागरूक करने के लिए इसे एक जन आंदोलन का रूप दिया जायेगा।जिसमें सरकार और आम जनता दोनों की सक्रिय भागीदारी होगी। इसमें मीडिया, सरकारी विभाग, सोशल प्लेटफार्म आदि भी समान रुप से शामिल होंगे।