1. अभाज्य गुणनखण्ड विधि (Prime Factor Method)
सर्वप्रथम दी गई संख्या के अभाज्य गुणनखण्ड करते हैं। तत्पश्चात्
प्रत्येक समान गुणनखण्ड के दो-दो के समूह बनाते हैं। प्रत्येक
समूह या युग्म से एक-एक संख्या चुनकर उन सब को परस्पर
गुणा कर देते हैं। प्राप्त गुणनफल ही अभीष्ट वर्गमूल होता है।
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.प्रत्येक समान गुणनखण्ड के दो-दो के समूह बनाते हैं। प्रत्येक
समूह या युग्म से एक-एक संख्या चुनकर उन सब को परस्पर
गुणा कर देते हैं। प्राप्त गुणनफल ही अभीष्ट वर्गमूल
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