1. भारतीयों के बारे में कविता में क्या बताया गया है?
के बारे में बताहा
bharatiya logo ka dil sacha haaa
Answers
Explanation:
भारत माता के शीश मुकुट की शान हूँ मैं,
करोडों भारतीयों का अभिमान हूँ मैं।
वैसे तो बहुत दयावान हूँ मैं,
पर दुश्मन की मौत का सामान हूँ मैं।
माँ भारती की रक्षा में प्राण न्यौछावर करता,
देश का वीर जवान हूँ मैं।
एक माँ से दूर हूँ तो एक मां के पास हूँ मैं।
हर देशवासी की सुरक्षित रहने की आस हूँ मैं।
दुश्मन के दिल में भरता त्रास हूँ मैं,
भारत माँ के चरणों में शीश नवाता एक दास हूँ मैं।
दुश्मन के विफल करता हर प्रयास हूँ मैं,
हर एक भारतवासी का अखण्ड विश्वास हूँ मैं।
बस तू रो मत माँ, दूर होकर भी तेरे आसपास हूँ मैं,
जानता हूँ तेरे लिए सबसे ख़ास हूँ मैं।
माँ बस उदास ना हो मैं वापिस जरूर आऊंगा,
तुझसे किया जो वादा उसे निभाऊंगा।
ज़िंदा ना सही तिरंगे में लिपटा लाया जाऊंगा,
पर वादा है तुझसे मैं वापिस जरूर आऊंगा।
Answer:
भारतीयों के बारे में कविता में बताया गया है कि भारतीयों के होठों पर सदा सच्चाई रहती है, इन के दिलों में सफाई रहती है। यह मेहमानों को जान से भी अधिक प्यार करते हैं। इन्हें लालच नहीं होता है। थोड़े में ही गुजारा करते हैं। यह इंसान को पहचानते हैं। ये पुरभवाले है और जान की कीमत जाननेवाले है। मिलजुल कर प्यार से रहते हैं। यह गांव रूम को भी अपनाते हैं। ये जिस देश में गंगा बहते है उस देश में रहनेवाले है।
please mark as brainliest