| 1, भक्त कवि कबीर, गुरु नानक, नामदेव और मीराबाई की रचनाओं का संकलन
कीजिए।
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Answer:
कबीर - सखी , सबद , रमैनी
नामदेव - अभंगवाणी
मीरा बाई - बरसी का मायरा ,गीत गोविंद टीका ,राग गोविंद ,राग सोरठ
Answer:मीराबाई की रचनाओं में गीत गोविंद का टीका,राग गोविंद,राग सोरठा तथा नरसी जी का मायरा आदि रचनाएं प्रमुख है की उनकी रचनाओं में आराध्य श्री कृष्ण गिरधर गोपाल के प्रति प्रेम भाव संग्रहित है
व्याख्या:मीराबाई ने रस और माधुरी भाव को अपने साहित्य में अपनाया है उन्होंने भगवान कृष्ण की विरहा वेदना की तथा उन्होंने अपने आसूओ से प्रेम की बेला को सिंचा था मीराबाई ने भगवान कृष्ण के विरहा वेदना के बारे में जो कुछ बताया है उसकी तुलना अन्य किसी और से नहीं कर सकते हैं
गुरूनानक देव रचनारचनाएँरचनाएँ
गुरु नानक देव के दोहे
* जगत में झूठी देखी प्रीत।
अपने ही सुखसों सब लागे, क्या दारा क्या मीत॥ ...
अंतकाल संगी नहिं कोऊ, यह अचरज की रीत॥ ...
नानक भव-जल-पार परै जो गावै प्रभु के गीत॥ ...
* एक ओंकार सतिनाम ...
हुकमी उत्तम नीचु हुकमि लिखित दुखसुख पाई अहि। .
व्याख्या: गुरु नानक देव जी
अपनी रचनाएँ सरल और सहज भाषा में की है वह अपनी बात सरलता से कहने में माहिर थे उनकी रचनाओं में फारसी, पजाबी, अरबी, मुलातनी, भाषा के शब्द समाए हुए हैं। आपने पद शैली में रचना की है।
कबीर दास की कबीर दास की प्रमुख रचनाएं कौन-कौन सी हैं? होली अगम, साखी, रक्त, कबीर बीजक, शब्द, सुखनिधन, वसंत आदि।
व्याख्या:कबीर दास जी की सधुक्कड़ी मुख्य भाषा थी। लेकिन हमें इनके पदों और दोहों में हिंदी भाषा की एक अलग ही झलक दिखाई देती है। कबीर दास जी की मुख्य रचनाओं में हमें पंजाबी, राजस्थान, अवधी, हरियाणवी, ब्रज, खड़ी बोली आदि देखने को मिलती है।
नामदेव जी की रचनाएँ:
मराठी भाषा में अपनी रचनाएँ लिखीं। ... इसके बाद नामदेव भक्ति की ओर मुड़ गए और वाराकरी ...
रीति काल: बिहारी लाल · केशव · भूषण · घनानन्द · सैय...
आदि काल: चंदबरदाई · नरपति नाल्ह · जगनिक · चर्पट...
आधुनिक काल: अरबिंदो घोष · मैथिलीशरण गुप्त · ग़...मराठी
व्याख्या:नामदेव प्रमुख मध्यकालीन संत कवि थे, जिन्होंने मराठी भाषा में अपनी रचनाएँ लिखीललिखी
महान संत एवं कवि थे नामदेव जी थे
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