1.चापलूसी को हवा के समान क्यों कहा गया है?
2.खुशामद कला की क्या विशेषता होती है?
3.खुशामद की भावना किस-किस में होती है?
4.इस गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
Answers
Answered by
0
2. चमचागीरी या खुशामद करना शाश्वत कला है और जिस ने इस कला में स्वर्ण पदक प्राप्त कर लिया या फिर जिसे 'पासिंग मार्क' भी मिल गया, तो उस की जिंदगी आराम से गुजर जाती है. खुशामद इस वक्त राष्ट्र की मुख्य धारा में है. इस धारा में बहने
वाले के हिस्से की सुखसुविधाएं खुदबखुद दौड़ी चली आती हैं.
4. (क) गद्यांश का उचित शीर्षक-धर्म और कानून'। (ख) धर्मभीरू कानून की त्रुटियों का लाभ उठाते हैं। (ग) मनुष्यों से प्रेम करना, महिलाओं का आदर करना, झूठ बोलने से बचना, चोरी न करना तथा दूसरों को न सताना आदि धार्मिक सदुपदेशों को लोग आज भी मानते हैं। (4) भोजन का असली स्वाद उसी को मिलता है जो कुछ दिन बिना खाए भी रह सकता है।
I hope it help you..
really sorry don't know about 1 and 3
Similar questions