1..चरवाहे का जीवन कैसा था?
2..कहानी में से ऐसे अश छाँटकर बताइए जिनसे दारा के बुद्धिमान होने का पता चलता है।
3..दौरे पर जाते समय दारा दूसरा घोड़ा क्यों रखता था?
4..दरबारियों ने दारा के खिलाफ शाह से क्या कहा?
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Answer:
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Explanation:
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Q1. चरवाहे का जीवन कैसा था ?
उत्तर - चरवाहे का जीवन बड़ा ही सामान्य था। वह गरीब होने के बावजूद भी स्वाभिमानी था। उसकी एक टूटी - फूटी झोपड़ी थी। उसके पास पहनने के लिए भेड़ के उन से बने हुए फटे - पुराने कपड़े थे। गांव वाले उसकी बुद्धिमानी के लिए उसका बड़ा सम्मान करते थे।
Q2. कहानी में से ऐसे अश छाँटकर बताइए जिनसे दारा के बुद्धिमान होने का पता चलता है।
उत्तर - कहानी का वह अंश जिसमें दारा पर धन लूटने का आरोप लगाया गया पर उसने अपने आप को निर्दोष साबित किया और उन लोगों को भी शर्मिंदा होने पर मज़बूर कर दिया जिन्होंने दारा पर धन लूटने का आरोप लगाया था।
Q3. दौरे पर जाते समय दारा दूसरा घोड़ा क्यों रखता था ?
उत्तर - दौरे पर जाते समय दारा दूसरा घोड़ा रखता था ताकि उसकी पीठ पर वह अपने उस बक्से को रख सके जिसमें उसके फटे - पुराने कपड़े थे।
Q4. दरबारियों ने दारा के खिलाफ शाह से क्या कहा ?
उत्तर - दरबारियों ने दारा के खिलाफ शाह से कहा कि दारा जब दौरे पर जाता है तो अपने साथ दूसरे घोड़े पर एक बक्सा भी रखता है जिसमें वह जनता से लूटा हुआ धन रखता है। दारा आपके दिए गए अधिकारों का अनुचित लाभ उठा रहा है।