1) फादर कामिल बुल्के के शोध प्रबंध का शीर्षक था।
क) रामकथा उत्थान और विकास
ख) रामकथा- उत्पत्ति और विकास
ग) रामकथा सत्यता और विकास
घ) रामकथा- उदभव और विकास
वाली किसान
Answers
सही विकल्प होगा...
✔ ख) रामकथा- उत्पत्ति और विकास
स्पष्टीकरण ⦂
✎... फादर कामिल बुल्के के शोध ग्रंथ का नाम ‘रामकथा – उत्पत्ति और विकास था।’ यह शोध ग्रंथ उन्होंने डॉ धीरेंद्र वर्मा के सानिध्य में पूरा किया था।
फादर कामिल बुल्के बेल्जियम मूल के थे, जिन्होंने भारत में रहकर हिंदी भाषा के उत्थान के लिए कार्य किया। उन्हें हिंदी भाषा से बेहद प्रेम था। वह 47 वर्षों तक भारत में रहे और उन्होंने भारत को ही अपना देश बना लिया था। वह यहां की संस्कृति में रच बस गए थे। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी से एम. ए. किया था। उसके बाद उन्होंने अंग्रेजी हिंदी शब्दकोष तैयार किया। प्रसिद्ध विदेशी नाटक ब्लू वर्ड का हिंदी में नील पंछी नाम से अनुवाद किया। इसके अलावा उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से रामकथा – उत्पत्ति एवं विकास पर शोध प्रबंध भी लिखा। वह हिंदी भाषा के उत्थान के लिए निरंतर कार्य करते रहे।
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