1. गिलहरी के घायल बच्चे का उपचार किस प्रकार किया गया ?
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Answer:
लेखिका ने घायल गिलहरी के बच्चे को उठा लिया था। वह कौवों द्वारा चोंच मारने से बेहोश गमले से चिपटा पड़ा था। लेखिका उसे धीरे से उठाकर अपने कमरे में ले आई और रूई से उसका खून साफ कर उसके चोट पर दवाई लगाई। लेखिका ने रूई की पतली बत्ती दूध से भिगोकर बार-बार उसके नन्हे मुंह पर लगाई, किंतु उसका मुंह पूरी तरह खुल नहीं पाता था इसलिए वह दूध न पी सका। बहुत देर तक लेखिका उसका इलाज करती रही और उसके मुंह में पानी की बूंद टपकाने में सफल हो गई। लेखिका के इस प्रकार के उपचार के 3 दिन बाद गिलहरी का बच्चा पूरी तरह अच्छा और स्वस्थ हो गया।
Explanation:आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
Answer:
लेखिका ने दो कौओं की चोंच से घायल, गिलहरी के बच्चे को उठा लिया। वह कौओं द्वारा चोच मारे जाने से बिल्कुल
सा गमले से चिपटा पड़ा था। लेखिका उसे उठाकर अपने कमरे में ले आईं और रूई से उसका खून पोंछकर उसके घावों पर पेंसिलिन का मरहम लगाया। लेखिका ने रूई की पतली बत्ति दूध से भिगोकर बार-बार उसके नन्हें मुँह पर लगाई किन्तु उसका मुँह पूरी तरह खुल नहीं पाता था इसलिए वह पी न सका। तब काफी देर तक लेखिका उसका उपचार करती रही और उसके मुँह में पानी की बूंद टपकाने में सफल हो सकी। लेखिका के इस प्रकार के उपचार के तीन दिन बाद ही गिलहरी का बच्चा पूरी तरह अच्छा और स्वस्थ हो गया।
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MARK ME BRAINELIST