1. गायत्री मन्त्र लिखिए।
2. गायत्री मन्त्र का अर्थ लिखिए।
3. गायत्री की महिमा का वर्णन कीजिए।
4. सविता शक्ति द्वारा मानवी पुरुषार्थ के बारे में लिखिए।
5. गायत्री मन्त्र के जप की विधि, समय तथा जप के स्थान को बताएँ।
6. महात्मा गाँधी के गायत्री के विषय में विचार लिखिए।
7. स्वामी विरजानन्द को और महात्मा आनन्द स्वामी को प्राप्त हुए
गायत्री जाप के फल का उल्लेख कीजिए
Ch-5 of M.ed (DAV)
Plz answer these questions quickly and in ryt way, it's urgent.
So, I shall follow u, thnx, vote and mark u brainlist.
Itne sare offers ko ignore mat kro.
Answers
Answered by
7
Answer:
1) ॐ ॐ ॐ
ॐ भूर् भुवः स्वः
तत् सवितुर्वरेण्यं
भर्गो देवस्य धीमहि…
2)इस मंत्र का अर्थ होता है कि ‘सृष्टिकर्ता प्रकाशमान परामात्म के तेज का हम ध्यान करते हैं, परमात्मा का वह तेज हमारी बुद्धि
को सद्मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करें।
3)गायत्री मंत्र को हिन्दू धर्म में सबसे महेत्वपूर्- ण मंत्र माना जाता है. यह मंत्र हमें ज्ञान प्रदान करता है| इस मंत्र का मतलब है - हे प्रभु, क्रिपा करके हमारी बुद्धि को उजाला प्रदान कीजिये और हमें धर्म का सही रास्ता दिखाईये. यह मंत्र सूर्य देवता के लिये प्रार्थना रूप से भी माना जाता है
Answered by
0
Answer:
check this out
mark me as BRAINLIEST
Attachments:
Similar questions