(1) हिन्दवासियों में कैसी विविधताएँ है ?
(2) माला में कौन-कौन से फूल एक रूप हुए है?
(3) इस कविता में किन नदियों का उल्लेख है ?
(4) नदियों से हमें क्या संदेश मिलता है?
Answers
1.जैसे भारत एक विविधता वादी समाज या राष्ट्र है अर्थात यहां विभिन्न प्रकार की बोलियां भाषाओं और सभ्यताओं या धर्म और जातियां मिलती हैं। ... गरशेलकेअनुसार-"विविधता का अर्थ योग्यता लिंग जाती प्रजाति भाषा चिंता स्तर सामाजिक आर्थिक स्तर विकलांगता व्यवहार या धर्म से संबंधित होता है।"
2.माला बनाने के लिए 8 अलग-अलग फूलों को घुमाया जा सकता है, जिससे चार विशेष फूल कभी अलग नहीं होते हैं। यदि एक ही रंग के फूल एक साथ हो, तो हम तीन अलग-अलग लाल फूलों, 5 अलग-अलग पीले फूलों और 4 अलग-अलग नीले फूलों का उपयोग करके माला बना सकते हैं।
3.गंगा, यमुना, सरयू निर्मल, यह लघु सरिता का बहता जल। प्रस्तुत कविता में नदी की गति, रूप, रंग और स्वभाव का अत्यंत सुंदर चित्रण हुआ है। नदी हिमालय से निकलती है, इसलिए इसका जल धवल, निर्मल एवं शीतल होता है।
4.नदियां हमें आगे बढ़ना सिखाती हैं। हमें भी जीवन पथ पर सत्य व ईमानदारी की राह पर अग्रसर होना चाहिए। श्री चैतन्यकृष्ण जी महराज ने कहा कि सदानीरा गंडगी मोक्ष दायनी व जीवन दायनी है। जिसमें स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Answer:
nadiyo se amejal va rasta btati hai