1. हमारी आंतरिक शक्ति को परवाह नहीं है (क) मौलिक आकर्षण की (ग)विपदाओ और रुकावट ओ की (ख) आंधी तूफान की (घ)धूप और गर्मी की 2. मनचंगा तो कठौती में गंगा का आशय है (क) भौतिक समृद्धि सब कुछ है (ग) मन की जीत पर ही सब जीत आधारित है। (ख) स्वास्थ्य में ही जीवन का सुख है (घ) मानसिक सुख समस्त सुखों का आधार है 3. समस्या जीवन के लिए सरल कब बन जाती है। (क) आर्थिक दृष्टि के क्षीण होने पर (ग) ईश्वर के प्रति आस्थावान होने पर (ख) दृढ़ निश्चयी बनने पर (घ) आत्मपौरुष का आश्रय लेने पर जीवन का धर्म है (क) दर्द और आफत सहने की ताकत बनाए रखना। (ख) दुख दर्द में फंसे रहने की ताकत बनाए रखना (ग) उलझनों में फंसे रहने की ताकत बनाए रखना (घ) तन मन धन अर्पित करने की ताकत रखना 5. इस गद्यांशधा उचित शीर्षक हो सकता है। (क) सुखी मन (ख) जीवन धर्म (ग) संकल्प शक्ति (घ) जीवन लक्ष्य
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1. हमारी आंतरिक शक्ति को परवाह नहीं है (क) मौलिक आकर्षण की (ग)विपदाओ और रुकावट ओ की (ख) आंधी तूफान की (घ)धूप और गर्मी की 2. मनचंगा तो कठौती में गंगा का आशय है (क) भौतिक समृद्धि सब कुछ है (ग) मन की जीत पर ही सब जीत आधारित है। (ख) स्वास्थ्य में ही जीवन का सुख है (घ) मानसिक सुख समस्त सुखों का आधार है 3. समस्या जीवन के लिए सरल कब बन जाती है। (क) आर्थिक दृष्टि के क्षीण होने पर (ग) ईश्वर के प्रति आस्थावान होने पर (ख) दृढ़ निश्चयी बनने पर (घ) आत्मपौरुष का आश्रय लेने पर जीवन का धर्म है (क) दर्द और आफत सहने की ताकत बनाए रखना। (ख) दुख दर्द में फंसे रहने की ताकत बनाए रखना (ग) उलझनों में फंसे रहने की ताकत बनाए रखना (घ) तन मन धन अर्पित करने की ताकत रखना 5. इस गद्यांशधा उचित शीर्षक हो सकता है। (क) सुखी मन (ख) जीवन धर्म (ग) संकल्प शक्ति (घ) जीवन लक्ष्य
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आंतरिक शक्ति को परवाह नहीं है (क) मौलिक आकर्षण की (ग)विपदाओ और रुकावट ओ की (ख) आंधी तूफान की (घ)धूप और गर्मी की 2. मनचंगा तो कठौती में गंगा का आशय है (क) भौतिक समृद्धि सब कुछ है (ग) मन की जीत पर ही सब जीत आधारित है। (ख) स्वास्थ्य में ही जीवन का सुख है (घ) मानसिक सुख समस्त सुखों का आधार है 3. समस्या जीवन के लिए सरल कब बन जाती है। (क) आर्थिक दृष्टि के क्षीण होने पर (ग) ईश्वर के प्रति आस्थावान होने पर (ख) दृढ़ निश्चयी बनने पर (घ) आत्मपौरुष का आश्रय लेने पर जीवन का धर्म है (क) दर्द और आफत सहने की ताकत बनाए रखना। (ख) दुख दर्द में फंसे रहने की ताकत बनाए रखना (ग) उलझनों में फंसे रहने की ताकत बनाए रखना (घ) तन मन धन अर्पित करने की ताकत रखना 5. इस गद्यांशधा उचित शीर्षक हो सकता है। (क) सुखी मन (ख) जीवन धर्म (ग) संकल्प शक्ति (घ) जीवन लक्ष्य