1 hasya kavita in hindi
Answers
हमसा कहाँ पाओगी रानी !
इतने दिनों से नज़र है तुझपे,
रोच गच्चा दे जाती है !
आज तो मौका हाथ आया है !
बस तुम हो और,
बस मैं हूँ, बस !
बंद अकेला और कमरा है !
इतने दिनों से सोच रहा हूँ,
अपने अरमां उड़ेल दूँ,
सारे तुझ पर ,
आज तू अच्छी हाथ आई है !
करूँगा सारे मंसूबे पूरे !
आज तो चाहे जो हो जाए,
छोड़ूगा नहीं,
ऐ सोच !
तुझे,
कविता बनाए बिना !!!
Explanation:
पप्पू का फिर एग्जाम’
सुबह से शाम तक पप्पू जप रहा भगवान का नाम।
खा रहा बार-बार बादाम, लगा रहा झंडू बाम।।
घरवाले समझ गये कि आ गया है एग्जाम।
आ गया है एग्जाम अतः पप्पू का सिर है जाम।।
पिछली बार जाम हो गए थे याद करने वाले उत्तर।
याद हो जाते यदि होते क्लासमेट रिया से सुन्दर।।
किन्तु सुन्दर सुशील तो थे पृश्न पत्र में सवाल।
ऊपर से पास में बैठी रिया, चेहरा जिसका कमाल।।
कमाल था उसका नूर, धमाल थी उसकी बाते।
पप्पू जी के देखते-देखते 3 घंटे यूँही कट जाते।।
3 घंटे के मनोहारी पल ने दिया, 3 नंबर का जलवा।
एग्जाम बड़ा स्वीट था किन्तु रिजल्ट आया कड़वा।।
कड़वे को इस साल पप्पू ने मीठा बनाने में कसी कमर।
रिया, रीता, रीमा सबको मानेगा इस बार सिस्टर।।
सब होगी सिस्टर पप्पू जी फोकस करेंगे उत्तर देने में।
समझ में आया कुछ ना धरा, सुंदर चेहरे देखते रहने में।।
चेहरे देखते रहने में, नंबर मिले चेहरे जैसे गोल।
दो चार साल और देखे तो फ्यूचर बनेगा ढोल।।