Hindi, asked by shaheennikhat, 4 days ago

1.
I. निम्नलिखित पंक्तियों की संदर्भ सहीत व्याख्या कीजिए।
उपवन - सघन - वनालि, सुखमा - सदन, सुखाली
प्रावृट
के सांद्र धन की शोभा निपट निराली
कमनीय - दर्शनीया कृषि - कर्म की प्रणाली
सुर - लोक की छटा को पृथिवी पे ला रहा है
भारत हमारा कैसा सुंदर सुहा रहा है।।​

Answers

Answered by dikshitraaj5
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Answer:

निम्नलिखित गद्यांश की संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए: असल प्रकाश तो हमारे जीवन में छिपा है - सृजन का प्रकाश ! ... प्रसंग:- जीवन में सृजन के प्रकाश की आवश्यकता को दर्शाया है। व्याख्या:- सृजन अर्थात निर्माण की आवश्यकता और आकांक्षा मनुष्य को स्वयं के अ ंदर से ही प्राप्त होती है।

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