Hindi, asked by riyabudakoti66, 4 days ago

(1) "इस पुरातत्व की दृष्टि में प्रेम और कुतूहल का एक अद्भुत मिश्रण रहता था।" इस कथन का औचित्य बताइए।
(क) प्रेम और उत्सुकता का अद्भुत मिश्रण लेखक मंडली में दिखाई देता था।
(ख) उपाध्याय बद्रीनारायण चौधरी को पुरातत्व की अच्छी जानकारी थी।
(ग) लेखक मंडली की आयु उपाध्याय बद्रीनारायण चौधरी से बहुत अधिक थी। से
(घ) लेखक मंडली चौधरी साहब को पुराने विचारों वाला आदमी समझती थी।​

Answers

Answered by samirbahadur
0

Answer:

(क) प्रेम और उत्सुकता का अद्भुत मिश्रण लेखक मंडली में दिखाई देता था।

Similar questions