1. 'जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारी' पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए ।
2. अंदर ही अंदर मेरा बटुआ कॉप गया।
3. 'दुःख का अधिकार' पाठ में लेखक ने संभ्रांत महिला की चर्चा क्यों की है ?
Answers
Answered by
1
Answer:
जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तरवारी' पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए ।
2. अंदर ही अंदर मेरा बटुआ कॉप गया।
3. 'दुःख का अधिकार' पाठ में लेखक ने संभ्रांत महिला की चर्चा क्यों की है
Similar questions