1-कोरोना महामारी के समय आपने अपने परिवार के साथ जो समय बिताया उसे कम से कम 10 पंक्तियो में लिखिए।
2.पॉलीथीन के प्रयोग को रोको बिषय पर कम से कम 3 नारे(स्लोगन) बनाइए।
Answers
1.कोरोना में परिवार के संग बिताए पल :-
हम इस साल को एक नया बीमारी कहते है। क्योंकी शायद हमारी ज़िन्दगी थम सी गई। शायद हम सब वहीं पहले जैसे काम नहीं कर पा रहे थे। किसिके सत्य वचन थे :- "जो होता है, उसमे भलाई होती ही है।" कोरॉना महामारी ने हमें बहुत छकाया, मगर कुछ अनमोल तोहफा भी दिया, वह तोहफा समय था, जो भगा ही चला जा रहा था। इसी बहाने हमने अपनी परिवार की सहायता की, उनके साथ काम ही, मगर दो पल बिताए ज़रूर। रात को बालकनी में चाचा और पापा का हसी ठिठोली करना, जैसे मेने वापस पाया। बाहर भले सब ख़ाली था , मगर हमारे घर में, जैसे सारी खुशियां एक पल को तो रह ही गई। सालों बाद मेने और भाई ने लुका छुपी खेली। मज़ा बहुत आया, मगर दुख इस बात का था कि अब हम फ्रिज के अंदर छुपने योग्य नहीं थे। यही सोचकर हमने बीते पल को याद किया। धीरे धीरे हम भी सीख चुके थे घर बैठ कर कोरॉना को हराना। अब, सब ठीक होने पर हम यही समय फिर याद करेंगे।
2.पॉलीथीन के प्रयोग को रोको बिषय पर कम से कम 3 नारे(स्लोगन) बनाइए।
१. पॉलीथिन नहीं है हमारा वरदान,
संकल्प लेलो की करना है इसका बहिष्कार।
२. पॉलीथिन न पानी में घुले ना मिट्टी से मिले
दूर रहो इनसे , इनके नखरे है बड़े।
३. पॉलीथिन ने बढ़ाया है सारा व्यापार,
मगर चंद पल में ख़तम करेगा हमारा संसार।