Hindi, asked by rishabhverma50094, 17 days ago

(1) क्रुद्धः सिंह: धावति । (कर्मवाच्ये)​

Answers

Answered by Krutikaloya
2

krudhhen sinhen dhavyate.

Answered by sadiaanam
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Answer:

इस वाक्य में "क्रुद्धः सिंह:" एक कारक है जो बताता है कि वाक्य का कर्ता कौन है। "धावति" एक क्रिया है जो बताती है कि क्रुद्ध सिंह धावता है। यह वाक्य क्रिया-विशेषण समास का उदाहरण है, जिसमें दो शब्दों का समास होता है। इसका अर्थ होता है कि सिंह जो गुस्से में है वह दौड़ता है।

वाक्य का विश्लेषण निम्नलिखित है:

कर्ता: क्रुद्धः सिंह: (यहाँ क्रुद्धः कारक है जो क्रुद्ध सिंह का वर्णन करता है)

कर्म: धावति (यहाँ धावति क्रिया है जो सिंह की गतिविधि बताती है)

इस वाक्य में क्रुद्ध सिंह का वर्णन किया गया है जो दौड़ता हुआ दिखता है। यह वाक्य जंगल में सिंह के वर्णन को बताता है जिसे हम देखते हैं। इसके अलावा, यह वाक्य हमें यह भी सूचित करता है कि सिंह बहुत तेज दौड़ता है जो उसके गुस्से की स्थिति में भी होता है।

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