1.
किस बात से पता चलता है कि बैस्टीयन स्वभाव से बहुत क्रूर और अक्खड़ था?
2. सीताराम राजू का पूरा नाम क्या था? आदिवासियों से उसका परिचय किस प्रकार हुआ?
3. सीताराम राजू की किस बात को सुनकर आदिवासियों में हिम्मत आई?
4. कोया आदिवासी भारतीय सिपाहियों का ध्यान किस प्रकार रखते थे?
5. सीताराम राजू ने अंग्रेजों के सामने समर्पण क्यों किया?
dav ch 7 anayay ke khilaf ladai
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Answer:
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अन्याय के खिलाफ
NCERT Solution
प्रश्न 1: पाठ से
(a) आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के बीच अपना हक जमाने के लिए अंग्रेजों ने क्या किया?
उत्तर: अंग्रेजों ने जब ये देखा कि अस्त्र-शस्त्र की लड़ाई में वे एकजुट कोया आदिवासियों को नहीं हरा पायेंगे तो उन्होंने दूसरा रास्ता अपनाया। अंग्रेजों ने आदिवासियों के राशन-पानी ले जाने के रास्ते की नाकेबंदी कर दी। इससे धीरे-धीरे आदिवासियों में भूखों मरने की नौबत आ गई। कहते हैं कि भूख की आग सबसे खराब आग होती है और इसके सामने कोया आदिवासियों में क्रांति की आग बुझने लगी।
(b) श्री राम राजू कौन था? उसने अंग्रेजों के सामने आत्मसमर्पण क्यों किया?
उत्तर: श्री राम राजू भी एक कोया आदिवासी था। उसने हाई स्कूल तक की पढ़ाई थी। वह 18 साल की उम्र में साधू बन गया था। उसके ज्ञान के कारण लोग उसे अपना नेता मानने लगे थे। जब अंग्रेजों ने कोया आदिवासियों का राशन रोक दिया तो उनपर कहर टूट पड़ा। श्री राम राजू ने अपने लोगों की तकलीफ का अंत करने के लिए आत्मसमर्पण कर दिया।