1. किस तरह के लोगों की नीयत और नीति में मेल नहीं होता?
2 खोटी नीयत वाला व्यक्ति इस संसार में क्यों नहीं टिक सकता?
3. हालातों को असफलता के लिए जिम्मेदार ठहराना ठीक क्यों नहीं है?
4. जीवन का असली आनंद तो तभी है जब परिस्थितियां विषम हो --- ऐसा क्यों कहा गया है
?
5. लेखक के अनुसार नीति और नियत क्या है?
6. नीति की जननी किसे कहा गया है?
Attachments:
Answers
Answered by
2
Answer:
बालकों की तोतली बातें, सुन्दरियों की मीठी-मीठी प्यारी-प्यारी बातें, सत्कवियों की रसीली बातें, सुवक्ताओं की प्रभावशालिनी बातें, जिनके जी को और का और न कर दें, उसे पशु नहीं पाषाणखण्ड कहना चाहिए ।
Answered by
2
Plz mark it as BRAINLIEST
Attachments:
Similar questions