1. कोववड-19 के टीकाकरण अभियान को सुगम व सफल बनाने हेतु जिला सवस्थ्या अधिकारी को सुझाव पत्र लखिए।
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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के सचिव प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने कोविड-19 टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से छह अप्रैल को एक बहुविध राष्ट्रव्यापी जन जागरूकता अभियान की शुरुआत की। अभियान के तहत टीकाकरण से जुड़े मिथकों को दूर करने के लिए अंग्रेजी और हिंदी सहित 11 भाषाओं में सूचनाएं दी जाएंगी।
इंडियन नेशनल यंग एकेडमी ऑफ साइंसेज (आईएनवाईएएस) द्वारा आयोजित कोविड-19 टीकाकरण जागरूकता अभियान, इस संस्थान द्वारा बनाए गए एन्ड्रॉयड आधारित मोबाइल ऐप ‘कोवैकन्यूज’ के माध्यम से चलाया जाएगा। यह ऐप यह सुनिश्चित करेगा कि लोगों को आसानी से सूचना मिले। सूचनाओं को पढ़ने के लिहाज से बेहतर और प्रभावी प्रारूपों में बदलने की प्रेरणा के साथ एक देशव्यापी इंफो-ग्राफिक वीडियो एवं ऑडियो प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इसके अलावा ज्ञान टीका वेबिनार श्रृंखला भी आयोजित की जा रही है जिसका उद्देश्य प्रतिष्ठित वक्ताओं के और कोविड-19 टीकाकरण को लेकर पूरी जानकारी देने के माध्यम से टीके के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
प्रतियोगिता की प्रविष्टियों का इस्तेमाल आईएनवाईएएस द्वारा टीकाकरण को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाएगा, और इन प्रतियोगिताओं को तीन समूहों - स्कूल, कॉलेज और पेशेवर के स्तर पर आंका जाएगा।
अभियान की शुरुआत करते हुए, डीएसटी सचिव ने मौजूदा स्थिति में, जब पूरी दुनिया कोविड-19 से लड़ रही है, विज्ञान संचार की भूमिका पर प्रकाश डाला।
प्रोफेसर आशुतोष शर्मा ने कहा, “अतीत की महामारियों से मिली सीख से पता चलता है कि किसी भी महामारी की दूसरी लहर आना सामान्य है और हम किसी भी स्तर पर ढील नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति में जनता के साथ संवाद करना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम लोगों को सरल तरीकों से जानकारी दें ताकि वह मनोवैज्ञानिक स्तर पर उन्हें अपील करे। हमारा लक्ष्य जमीनी स्तर पर ग्रामीण आबादी तक पहुंचना और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करना है जो महत्वपूर्ण हैं।“
इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (आईएनएसए) की अध्यक्ष प्रोफेसर चंद्रिमा साहा ने वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “वैज्ञानिकों ने इस मुश्किल समय में एक सराहनीय काम किया है। भारत दुनिया भर में टीकाकरण कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहा है। अब, पूरे देश में सफल टीकाकरण के लिए समाज की भागीदारी की जरूरत है। टीके शरीर को बीमारी से लड़ने और सामूहिक प्रतिरक्षा बनाने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए, एक बड़ी आबादी को टीका लगाए जाने की जरूरत है।“
आइएनवाईएएस के अध्यक्ष चंद्र एस शर्मा ने कहा, "हम मानते हैं कि जिम्मेदार वैज्ञानिकों और इंजीनियरों के एक युवा निकाय के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम टीकाकरण के माध्यम से प्रतिरक्षण के लाभों के बारे में लोगों को जागरुक करें और उन मिथकों को दूर करें जो लोगों को टीका लगवाने से रोक रहे हैं।"
वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि इतने कम समय में इतनी बड़ी आबादी का टीकाकरण बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है और इसलिए इस मुश्किल काम को पूरा करने के लिए सरकार और जनता के बीच सहयोग बेहद जरूरी है।