1. करणी की गति और है, कथनी की औरै। बिन करणी कथनी कथै, बकवादी बौरै।। करणी बिन कथनी इसी, ज्यों शशि बिन रजनी। बिन शस्तर ज्यों शूरमा, भूषण बिन सजनी।। ज्यों पंडित कथि-कथि भले, वैराग सुनावै। आप कुटुंब के फँद पड़े, नाही सुरझावै।। बाँझ झुलावै पालना, बालक नहिं माहीं। वस्तु विहीना जानिए जहाँ करणी नाहीं।। मिले।
Answers
Answered by
0
Answer:
lkd
Explanation:
Similar questions