1: कस्बे के इकलौते हाई स्कूल के इकलौते ड्राइंग मास्टर को ही मूर्ति बनाने का कार्य क्यों सौंपा गया?
Answers
कस्बे के इकलौते हाई स्कूल के इकलौते ड्राइंग मास्टर को ही मूर्ति बनाने का कार्य इसलिए सौंपा गया था क्योंकि, प्रतिमा बनाने वाले कलाकारों की खोज, अधिक लागत लगने और बोर्ड का शासनकाल कम रहने के कारण किसी स्थानीय Copyright कलाकार के रूप में यह कार्य स्कूल के ही ड्राइंग अध्यापक को दिया गया। अध्यापक ने भी महीने भर में मूर्ति बना देने का आश्वासन दिया था|
इस प्रकार का कार्य मिलने से कलाकार में नया उत्साह जागृत हुआ| उन्हें ऐसा की नगरपालिका ने उनकी कला को प्रोत्साहन देने के लिए यह कार्य उन्हें सौंपा है| इसलिए उन्होंने अपनी बात के अनुसार एक महीने में मूर्ति पूरी कर दी|
▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬
संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...►
https://brainly.in/question/11235411
लोग अपने-अपने मकानों व सार्वजनिक स्थलों पर राष्ट्रीय झंडा फहराकर किस बात का संकेत देना चाहते थे?
Answer:
कस्बे के इकलौते ड्राइंग मास्टर को नेताजी मूर्ति बनाने का काम इसलिए सौंपा गया, क्योंकि मूर्ति बनवाने से संबंधित सरकारी विभाग के अधिकारी जल्दबाजी में थे। सरकारी विभाग के अधिकारी ने फाइल और अन्य कई सरकारी प्रक्रिया में काफी समय ले लिया, जिसके कारण मूर्ति निर्माण संबंधी कार्य में विलंब हो गया
कस्बे के इकलौते ड्राइंग मास्टर को नेताजी मूर्ति बनाने का काम इसलिए सौंपा गया, क्योंकि मूर्ति बनवाने से संबंधित सरकारी विभाग के अधिकारी जल्दबाजी में थे। सरकारी विभाग के अधिकारी ने फाइल और अन्य कई सरकारी प्रक्रिया में काफी समय ले लिया, जिसके कारण मूर्ति निर्माण संबंधी कार्य में विलंब हो गयाmark me brainiest