1. लोभ विषय पर एक अनुच्छेद या कहानी लिखिए |
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Sanskrit
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एक बार की बात है. एक छोटे से गाँव में एक बुज़ुर्ग दंपति रहते थे. उनकी कोई औलाद नहीं थी इसलिए बूढा मछलिया पकड़ कर बाजार में बेच कर अपना और अपने घर का गुज़ारा किया करता था. लेकिन उसकी बूढी बहुत ही लोभी थी. उनकी छोटी सी कुत्तिया में से बहुत बदबू आती थी जो उस बूढी को बिलकुल पसंद नहीं थी. और इसके बारे में वो बूढ़े को हमेशा ताने मारा करती थी. एक दीन बूढा मछली पकड़ने गया तो उसके जाल में एक सुनहरी मछली फसी वो बोल भी रही थी. उसने बूढ़े से कहा की अगर वो उसे छोड़ देगा तो जो वो मांगेगा मछली उसे देगी. बूढ़े ने कहा की उसे किसी भी चीज की कोई ज़रूरत नहीं है और उस मछली को छोड़ दिया. वो उस दीन बिना मछली पकडे ही घर आप गया और अपनी पत्नी को सारी बात बताई. इस बात पर उसकी पत्नी में कहा की जाओ उस मछली से अच्छा सा घर मांगो. वो बूढा मछली के पास जाकर अपनी पत्नी की इच्छा उसे बताता है. मछली कहती हसि की जाओ तुम्हारी पत्नी को वो मिल चूका है. बफहा दौड़ता हुआ अपने घर गया और देखा की उस छोटी सी कुत्तिया की जगह अब एक बंगला था. पर उसकी पत्नी अभी भी खुश नहीं थी. और कह रही थी की उस मछली से कशी की वो उडी रानी बना दे. इस बार भी मछली ने ये बात मन ली. अब बूढ़े की पत्नी ने बूढ़े के लाख मना करने पर भी ये इच्छा ज़ाहिर की कि उसे पुरे दुनिया कि महारानी बसना दिया जाए. इस बार मछली भी तंग आ गयी और बजट से कहा कि मैंने तुम्हे जितना भी कुछ दिया है वो वो वापस ले राहु है. बूढ़े ने कहा लेकिन मेरी पत्नी खुद तो रहेगी ना इस पर मछली ने कहा कि तुम दोनों अपने उस छोटे से घर में रज़्ज़ी ख़ुशी अपनी पुती ज़िन्दगी बताओगे.
शिक्षा - हमें जीवन में कभी भी लालच नहीं करना चाहिए.