1.लेखन कौशल एवं कल्पनाशक्ति का विकास स्वतंत्र दृष्टिकोण का विकास ।
मुंशी प्रेमचंद द्वारालिखित कहानी 'बडे भाई साहब को दृष्टांत मानते हुए मुहावरेदार भाषा
का प्रयोग करते हुए एक लघुकथा की स्वयं रचना कीजिए ।
Answers
बड़े भाई साहब प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानियों में से एक है|
कहानी में प्रेमचंद ने दो भाइयों के मनोविज्ञान का वर्णन किया है| बड़े भाई साहब ही मुख्य पात्र है | बड़े भाई साहब अध्ययनशील थे | हमेशा पढ़ाई में लीन रहते है|
यह कहानी एक मेहनती लड़के की है | जिसका नाम है सचिन | सचिन ने परिश्रम करके एक दिन सब कुछ प्राप्त कर लिया था | सचिन बहुत गरीब परिवार से था | वह पढ़ने में बहुत अच्छा था| परिवार की हालत को देख कर फिर भी मोहन ने बहुत दौड़ धूप की | वह कभी नहीं डरा और न ही हिम्मत भी नहीं छोड़ी| मोहन ने रात-दिन एक कर दी | मोहन अपने घर में भी चोटी और एड़ी का पसीना एक करके काम करता था| उसने अपनी पढ़ाई के लिए घाट- घाट एक का पानी पिया |
सचिन ने खून-पसीना एक करके दूसरों के घर काम करने अपनी किताबे खरीदता था| उसने डॉक्टर बनने के लिए बहुत कमर तोड़ मेहनत की | सचिन का सब मज़ाक भी उड़ाते थे , लेकिन सचिन ने किसी ने नहीं सुनी | मोहन को एक अपने पर विश्वास था की चोटी पर पहुँचेगा | परिणाम वाले दिन वह चेहरा चमक उठा | उस दिन उसके हाथ में डॉक्टर की डिग्री थी वह बहुत खुश था |