Hindi, asked by sanatkumar7021, 2 months ago

1.
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लघु उत्तरीय प्रश्न
धारा 370 पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखो।
ग्राम पंचायतों के कार्य लिखो।
स्वतन्त्रता के अधिकार के अन्तर्गत कौन-क
संविधान में वर्णित मूल कर्त्तव्य कौन-कौन से
धर्म निरपेक्ष राज्य से क्या आशय है?
जनहित याचिका पर एक लेख लिखो।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
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Answers

Answered by sudhirnirmale82
2

Answer:

समान नागरिक संहिता अथवा समान आचार संहिता का अर्थ एक पंथनिरपेक्ष (सेक्युलर) कानून होता है जो सभी पंथ के लोगों के लिये समान रूप से लागू होता है।[1] दूसरे शब्दों में, अलग-अलग पंथों के लिये अलग-अलग सिविल कानून न होना ही 'समान नागरिक संहिता' का मूल भावना है। समान नागरिक कानून से अभिप्राय कानूनों के वैसे समूह से है जो देश के समस्त नागरिकों (चाहे वह किसी पंथ क्षेत्र से संबंधित हों) पर लागू होता है।[2] यह किसी भी पंथ जाति के सभी निजी कानूनों से ऊपर होता है।

समान नागरिकता कानून के अंतर्गत आने वाले मुख्य विषय ये हैं-

व्यक्तिगत स्तर,

संपत्ति के अधिग्रहण और संचालन का अधिकार,

विवाह, तलाक और गोद लेना ।

भारत का संविधान, देश के नीति निर्देशक तत्व में सभी नागरिकों को समान नागरिकता कानून सुनिश्चित करने के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त करता है।[3] हालाँकि इस तरह का कानून अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सका है। गोवा एक मात्र ऐसा राज्य है जहाँ यह लागू है।

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