Hindi, asked by misstyrivera, 3 months ago

1.‘मेरा प्रिय ऋतू-...'इस विषय पर दस से पंन्दह पंक्तियोंमें निबंध लिखिए।
2.सप्ताह के सात दिन लिखिए।
3. हिंदी महिनो के नाम लिखिए। *​

Answers

Answered by borhaderamchandra
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Answer:

1. मेरी प्रिय ऋतु - वसंत

भारत देश ऋतुओं का देश है। वसंत, ग्रिष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर इन छ: ऋतु का जो सुंदर क्रम हमारे देश में है, वह दूसरी जगह दुर्लभ है। प्रत्येक ऋतु का एक अपना आकर्षण है। पर इन सभी ऋतु में मुझे वसंत ऋतु सबसे अधिक प्रिय है।

सचमुच, वसंत की वासंती दुनिया सबसे निराली है। शिशिर ऋतु जब खत्म हो जाती है उसके बाद वसंत ऋतु का आगमन हो जाता है। बागों में और वनों में प्रकृति वसंत के स्वागत में लग जाती है। कलिया अपने घूँघट खोल देती है। फूल अपनी सुगंध चारों ओर फैला देते है। भौंरे गूंज उठते है और तितलियाँ अपने चमकीले रंगों से ऋतुराज का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाती है।पृथ्वी के कण कण में नया आनंद, नया उमंग, नया उत्साह, नया संगीत और नया जीवन नजर आता है।

जब सारी प्रकृति वसंत में झूम उठती है, तब मेरा मन भी खुशी के मारे झूम उठता है। सचमुच वसंत की शोभा इतनी रमणीय होती है की जीवन में एक अलग तरह का उमंग भर जाता है। एक ओर ठंडे ठंडे , मंद, सुगन्धित पवन के झोके मन को प्रफुल्लित कर देते है। दूसरी ओर फुलवारियों का यौवन बुड्ढो को भी जवान कर देता है। खिलती कलियों को देखकर मेरा दिल भी खिल उठता है। न तो गर्मी होतीं है और शीतल पवन के झोके का आंनद ही कुछ और होता है। एक ओर प्रकृति के रंग और उपर से होली का त्योहार! जैसे सोने में सुगंध मिल जाती है। ऐसा मन को प्रफुल्लित करने वाला फागुन का वसंत मुझे बहुत ही प्रिय लगता है।

कुछ लोग वर्षा को वसंत से अच्छा मानते है। वैसे वर्षा भी इतनी आवस्यक है क्योंकि उससे किशान अपनी फसलों को लहराते है। लेकिन कहाँ वर्षा का कीचड़ वाला मौसम और कहा वसंत की बहार! वह वर्षा जो धरो को धरसायी करती है, फसलों पर पानी फेरति है। नदियों को पागल करके गाँव के गाँव डूबा ले जाती है, इस ऋतु में कैसे मजा आ सकता है। इसी तरह शरद ऋतु की भी शोभा वसंत ऋतु के सामने फ़ीकी पड़ जाती है। वसंत सचमुच ऋतुराज है। अन्य ऋतुए उसकी रानियाँ या फ़िर सेविका ही हो सकती है।

2 सोमवार, मंगलवार,बुधवार,गुरुवार,शुक्रवार, शनीचर, रविवार

3 चैत्र,वैशाख,ज्येष्ठ,आषाढ,श्रावण,भाद्रपद,आश्विन,कार्तिक,मार्गशीर्ष,पौष,माघ,फाल्गुन

Answered by Anonymous
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1. मेरी प्रिय ऋतु - वसंत

भारत देश ऋतुओं का देश है। वसंत, ग्रिष्म, वर्षा, शरद, हेमंत और शिशिर इन छ: ऋतु का जो सुंदर क्रम हमारे देश में है, वह दूसरी जगह दुर्लभ है। प्रत्येक ऋतु का एक अपना आकर्षण है। पर इन सभी ऋतु में मुझे वसंत ऋतु सबसे अधिक प्रिय है।

सचमुच, वसंत की वासंती दुनिया सबसे निराली है। शिशिर ऋतु जब खत्म हो जाती है उसके बाद वसंत ऋतु का आगमन हो जाता है। बागों में और वनों में प्रकृति वसंत के स्वागत में लग जाती है। कलिया अपने घूँघट खोल देती है। फूल अपनी सुगंध चारों ओर फैला देते है। भौंरे गूंज उठते है और तितलियाँ अपने चमकीले रंगों से ऋतुराज का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाती है।पृथ्वी के कण कण में नया आनंद, नया उमंग, नया उत्साह, नया संगीत और नया जीवन नजर आता है।

जब सारी प्रकृति वसंत में झूम उठती है, तब मेरा मन भी खुशी के मारे झूम उठता है। सचमुच वसंत की शोभा इतनी रमणीय होती है की जीवन में एक अलग तरह का उमंग भर जाता है। एक ओर ठंडे ठंडे , मंद, सुगन्धित पवन के झोके मन को प्रफुल्लित कर देते है। दूसरी ओर फुलवारियों का यौवन बुड्ढो को भी जवान कर देता है। खिलती कलियों को देखकर मेरा दिल भी खिल उठता है। न तो गर्मी होतीं है और शीतल पवन के झोके का आंनद ही कुछ और होता है। एक ओर प्रकृति के रंग और उपर से होली का त्योहार! जैसे सोने में सुगंध मिल जाती है। ऐसा मन को प्रफुल्लित करने वाला फागुन का वसंत मुझे बहुत ही प्रिय लगता है।

कुछ लोग वर्षा को वसंत से अच्छा मानते है। वैसे वर्षा भी इतनी आवस्यक है क्योंकि उससे किशान अपनी फसलों को लहराते है। लेकिन कहाँ वर्षा का कीचड़ वाला मौसम और कहा वसंत की बहार! वह वर्षा जो धरो को धरसायी करती है, फसलों पर पानी फेरति है। नदियों को पागल करके गाँव के गाँव डूबा ले जाती है, इस ऋतु में कैसे मजा आ सकता है। इसी तरह शरद ऋतु की भी शोभा वसंत ऋतु के सामने फ़ीकी पड़ जाती है। वसंत सचमुच ऋतुराज है। अन्य ऋतुए उसकी रानियाँ या फ़िर सेविका ही हो सकती है।

2 सोमवार, मंगलवार,बुधवार,गुरुवार,शुक्रवार, शनीचर, रविवार

3 चैत्र,वैशाख,ज्येष्ठ,आषाढ,श्रावण,भाद्रपद,आश्विन,कार्तिक,मार्गशीर्ष,पौष,माघ,फाल्गुन

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