1. मनुष्य की चिता जल जाती है और बुझ भी जाती है, परंतु द्वेष की ज्वाला उसके बाद भी धधकती रहती है-आशय स्पष्ट कीजिए।
2. तारा को वैधव्य दूर से ही डरा कर क्यों चला गया?
3. रामा द्वारा किए गए व्यंग्य का विष किसे भोगना पड़ा?
4. तारा के द्वारा नीलामी में बारी कितने रुपये में खरीदी गई?
5. इस कहानी के शीर्षक की सार्थकता बताओ।
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Answer:1. मनुष्य की चिता जल जाती है और बुझ भी जाती है, परंतु द्वेष की ज्वाला उसके बाद भी धधकती रहती है-आशय स्पष्ट कीजिए।
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