Hindi, asked by HVGTEch8228, 1 year ago

1 minute speech on importanve on nature in hindi

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Answered by akp1772p7zfxr
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हमारे सबसे आस-पास सुंदर और आकर्षक प्रकृति है जो हमें खुश रखती है और स्वस्थ जीवन जीने के लिये एक प्राकृतिक पर्यावरण उपलब्झ कराती है। हमारी प्रकृति हमें कई प्रकार के सुंदर फूल, आकर्षक पक्षी, जानवर, हरे वनस्पति, नीला आकाश, भूमि, समुद्र, जंगल, पहाड़, पठार आदि प्रदान करती है। हमारे स्वस्थ जीवन के लिये ईश्वर ने हमें एक बेहद सुंदर प्रकृति बना कर दी है। जो भी चीजें हम अपने जीवन के लिये इस्तेमाल करते है वो प्रकृति की ही संपत्ति है जिसे हमें सहेज कर रखना चाहिये।

हमें इसकी वास्तविकता को खत्म नहीं करना चाहिये और साथ ही इसके पारिस्थितिकी तंत्र को असंतुलित नहीं करना चाहिये। हमारी कुदरत हमें जीने और खुश के लिये बहुत सुंदर वातावरण प्रदान करती है इसलिये ये हमारा कर्तव्य है कि हम इसको सुरक्षित और स्वस्थ रखें। आज के आधुनिक समय में, इंसानों की बहुत सी खुदगर्जी और गलत कामों ने प्रकृति को बुरी तरह प्रभावित किया है लेकिन हम सभी को इसकी सुंदरता को बनाये रखना है।
Answered by rehas1981
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आदरणीय शिक्षकगण और मेरे प्रिय छात्रों - आप सभी को मेरी ओर से नमस्कार!

सुबह की सभा खत्म होने को है। इस स्कूल के प्रिंसिपल के रूप में मेरी यह जिम्मेदारी बनती है कि मैं मेरे छात्रों के साथ इंटरैक्टिव सत्र आयोजित करूँ। इसका कारण यह है कि मुझे आपके साथ बातचीत करने और हमारे विचारों को आदान-प्रदान करने का मौका नहीं मिल रहा है। आज आप सभी को संबोधित करने का कारण प्रकृति पर स्पीच देने और हमारे जीवन में प्रकृति की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालना है। कुछ समय से मैं मनुष्य को अपने फायदे के लिए प्रकृति को नष्ट करने और इसे अपनी ज़रूरत के हिसाब से इस्तेमाल करने की बात सुनकर परेशान हूँ। प्रकृति को नष्ट न करने या इसे विभिन्न बाहरी खतरों से बचाने की बजाए - हम केवल संसाधनों और प्रकृति के उपहारों का शोषण कर रहे हैं। क्या हम हमारी जगह सही है? मैं इस प्रश्न को उन सभी बच्चों के लिए उठाऊंगा जो निकट भविष्य में हमारी धरती मां को बचाने की ज़िम्मेदारी उठाने जा रहे हैं।

हमारे मनुष्य जीवन की शुरुआत इस पृथ्वी ग्रह पर हुई और तब से हमारी "धरती माँ" को विनाश और दुर्व्यवहार जैसे खतरों का सामना करना पड़ा है। मनुष्यों की निहित स्वार्थी प्रकृति के कारण सुंदर जंगलों को नष्ट कर दिया गया है, नदियों को प्रदूषित किया गया और बड़े खुले मैदानों को कारखानों या अन्य स्थापत्य विकास के लिए उपयोग में लाया गया है। मनुष्य की अवैध गतिविधियों में कई गतिविधियाँ मुख्य है जैसे जानवरों का शिकार करने, पेड़ों को काटने, वातावरण में जहरीले गैसों को जारी करने, प्रदूषित नदियों आदि। हमें यह पता ही नहीं है कि हम धरती माँ के क्रोध का आह्वान कर रहे हैं जिससे हमारे अस्तित्व को गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है। हमारी धरती सचमुच विनाशकारी गतिविधियों का सामना कर रही है जिसके कारण नदी सूखती जा रही हैं, पौधे मर रहे हैं और स्तनधारियों की प्रजाति विलुप्त हो गई है। एक और गंभीर समस्या है जिससे आज के समय में दुनिया जूझ रही है, 'ग्लोबल वार्मिंग', जिसका हमारे पर्यावरण पर गहरा प्रभाव पड़ता है जैसे ग्लेशियरों का पिघलना, समुद्री स्तर में बढ़ोतरी और तीव्र गति से जलवायु परिवर्तन। इसलिए हम सभी को हमारी गतिविधियों पर निगरानी रखनी चाहिए और ऐसी स्थितियों को नियंत्रण में लाने में मदद करनी चाहिए।

अब सवाल यह उठता है कि हम अपनी गतिविधियों पर कैसे निगरानी रखें? इसके लिए आपको ज्यादा ज़ोर नहीं लगाना। उदाहरण के लिए पानी एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है। इसलिए हमें पानी की हर बूंद को बचाना चाहिए, उपयोग में न होने पर नल को बंद करना चाहिए या फिर फ्लश या बारिश के पानी का उपयोग करना चाहिए क्योंकि इन सभी को ना करने से पानी की अत्यधिक बर्बादी होती है। इसके अलावा नदियों में या नालियों कचरा नहीं फेंकना चाहिए क्योंकि इन गतिविधियों से हमारे जल निकाय प्रदूषित होते हैं। जहां तक ​​हमारे पौधों की सुरक्षा का संबंध है रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल न करें और घरेलू उपचार या अन्य पर्यावरण के अनुकूल साधनों का प्रयोग करें। इसके अलावा कचरे के डिब्बे में अपने सड़े हुए फल, सब्जियां, बचा हुआ भोजन, अंडा के छिलके ना फेंके और उन्हें अपने घर के बगीचे के लिए जैविक खाद बनाने में इस्तेमाल करें। विभिन्न क्रियाएँ जैसे खाद बनाने के लिए उपयोगी चीजों के अपशिष्ट उत्पाद रीसाइक्लिंग में बहुत मदद करते हैं।

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