(1) निमिलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर प्रश्िो के उत्तर लिखिए | (5x1=5) कारलाइल एक राजकुमार थाल। वह संसार त्यागी हो गया था कक वह कहता था कक जो जी से हंसता है, वह कभी बुरा नह ं होता। जी से हंसो, तुम्हें अच्छा लगेगा। अपने ममत्र को हँसाओ, वह अधिक प्रसन्न होगा। शत्रुको हंसाओ, तुम से कम घृणा करेगा। एक अनजान को हँसाओ, उन पर भरोसा करेगा। उदास को हँसाओ, उसका दुख घटेगा। ननराश को हंसाओ, उसकी आशा बढेगी। एक बूढे को हँसाओ, वह अपने को जवान समझने लगेगा। एक बालक को हँसाओ, उसके स्वास््य में वृद्धि होगी। वह प्रसन्न और प्यारा बालक बनेगा। पर हमारे जीवन का उद्देश्य के वल हंसी ह नह ं है,हमको बहुत काम करनी हैं।तथापप उन कामों में,कष्टों में और ध ंताओं में वह में एक सुंदर आंतररक हंसी, बडी प्यार वस्तुभगवान ने द है। क) संसार-त्यागी का क्या आशय है ? अ)मृत आ)सन्यासी इ)जंगल ई)वनवासी ख) कौन बुरा नह ं हो सकता ? अ)भला आदमी आ)हंसने वाला इ)संत-महात्मा ई)जी से हंसने वाला मनुष्य ग) हँसी मन में कौन-सा भाव जागती है? अ)उपहास आ)प्रसन्नता इ)मनोरंजन ई)उदासी घ) हँसी से बूढे व्यक्क्त पर क्या प्रभाव होता है? अ)वह स्वास््य हो जाता हैआ)भटक जाता हैइ)वह जवान हो जाता है ई)वह दुखी हो जाता है ङ) हँसी ककसकी देन है? अ)मनुष्य की आ) ुटकुलों की इ)भगवान की ई)पररक्स्थनतयों की
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Yrmjdbmazm fast fast
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संसार के आगे का क्या आशय है
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