1 निम्लिखित कव्यांश के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में लिखे।
हम बालक है सभी ढंग के,
भेद नहीं पर जाति रंग के ।
हम सारे जग को ही समझे,
प्रिय अपना घर - द्वार।
मधुर हम बच्चो का संसार ।
क. बालक किस प्रकार के भेद भाव से वंचित है?
ख, कवि ने सारे जग को किसके समान समझने के लिए कहा है?
ग. ' हम बालक के सभी ढंग के '-इसका सामान्य अर्थ लिखे।
घ. 'घर - द्वार '- में कोन सा सामास है?
ङ. उपर्युक्त काव्यांश में किसकी विशेषता बताई गई है। 1
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Explanation:
क. बालक जाति के भेद भाव से वंचित है |
ख. कवि ने सारे जग को अपने घर - द्वार समान समझने के लिए कहा है |
ग. ' हम बालक के सभी ढंग के '-इसका सामान्य अर्थ हम बच्चे है सभी प्रकार के |
घ. 'घर - द्वार '- में द्वंद्व सामास है |
ङ. उपर्युक्त काव्यांश में बालकों की विशेषता बताई गई है |
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