Hindi, asked by aditya61970, 9 months ago

1. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए प्रश्नों के उचित उत्तर का विकल्प चुनिए |
महात्माओं और विद्वानों का सबसे बड़ा लक्षण है- आवाज़ को ध्यान से सुनना | यह आवाज़ कुछ भी हो सकती है | कौओं की कर्कश आवाज़ से लेकर नदियों की छलछल तक | मार्टिन लूथर किंग के भाषण से लेकर किसी पागल के बड़बड़ाने तक | अमूमन ऐसा होता नहीं है | सच यह है कि हम सुनना चाहते ही नहीं | बस बोलना चाहते हैं | हमें लगता है कि इससे लोग हमें बेहतर तरीके से समझेंगे | हालाँकि ऐसा होता नहीं है | हमें पता ही नहीं चलता और अधिक बोलने की कला हमें अनसुना करने की कला में पारंगत कर देती है | एक मनोवैज्ञानिक ने अपने अध्ययन में पाया कि जिन घरों के अभिभावक ज्यादा बोलते हैं, वहाँ बच्चों में सही-गलत से जुड़ा स्वाभाविक ज्ञान कम विकसित हो पाता है, क्योंकि ज्यादा बोलना बातों को विरोधाभासी तरीके से सामने रखता है | और सामने वाला बस शब्दों के जाल में फँसकर रह जाता है | बात औपचारिक हो या अनौपचारिक, दोनों स्थितियों में हम दूसरे की न सुनकर, बस अपनी ही सुनाने की कोशिश करते हैं | खुद ज्यादा बोलने और दूसरों को अनसुना करने से जाहिर होता है कि हम अपने बारे में ज्यादा सोचते हैं और दूसरों के बारे में कम |​

Attachments:

Answers

Answered by vkpathak2671
0

Answer:

महात्माओं और विद्वानों का सबसे बड़ा लक्षण है- आवाज़ को ... यह आवाज़ कुछ भी हो सकती है। ... गद्याशं को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए- (2 + 2 + 1 =5).

Similar questions