Hindi, asked by suneetasuneeta9075, 5 months ago

1. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिये गये प्रश्नों के उत्तर लिखिए..
किसी भी कार्य को पूरा करने से पहले यह आवश्यक है कि हम गन में ढूढ़ संकल्प करें। यदि हमारी दृढ़ता में कहीं
भी कगजोरी आ गई तो गंजिल पास आते आते भी हाथ से फिसल जाएगी । हमारे निश्चय में जितनी अधिक निष्ठा
और
दृढ़ता
होगी , सफलता की प्राप्ति में हगारा विश्वारा उतना ही अधिक मजबूत होगा । उसके लिए हमारे इरादे फौलाद
की तरह गजबूत होने चाहिए । निष्ठा और विश्वास गनुष्य की नियति को भी बदल सकते है। जिनके पास आत्मविश्वास
की पूँजी का अभाव होता है, वे विध्नों की आशंका से कार्य को प्रारंग ही नहीं करते।
1. प्रस्तुत ग्दयांश के लेखक का नाग तथा पाठ का नाग लिखिए ।
2. गंजिल हाथ से कब फिसल जाती है।
3. किस प्रकार के लोग कार्य को प्रारंग नहीं करते



Answers

Answered by geetabhardwaj955
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Answer:

  1. prastut. gadyansh ke lekhak ka Naam harishchandra hai tatha paath ka nam ham honge kamyab hai
  2. yadi hamari dridhta mein kahin se bhi kamjori aa gayi to manjil paas aate- aate bhi hath se nikal jaati hai
  3. jinke pas atmaviswas ki punji ka abhaw hota hai ,ve wighno ki aasanka se karya ko prarambh hi nhi karte

Explanation:

i am also from class 8 b

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