1.निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए
कच्ची मिट्टी किसी भी साँचे में डालकर किसी भी नए रूप में बदली जा सकती है, लेकिन पककर बना हुआ
उसका एक आकार दोबारा किसी दूसरे रूप में नहीं लाया जा सकता। ठीक यही स्थिति मानव जीवन की भी
है उसे आरंभ में अनुकूल वातावरण देकर जैसा चाहे प्रायः उसे वैसा ही बनाया जा सकता है,लेकिन जब वह
एक बार, एक प्रकार का बन गया, तब उसमें परिवर्तन लाने का प्रयास बहुत ही कम सफल हो पाता है। किसी
लड़के या लड़की के व्यक्तित्व के निर्माण का मुख्य उत्तरदायित्व हमारे समाज, हमारी सरकार, स्वपं माता-
पिता पर है तथा बहुत कुछ स्वयं लड़के या लड़की पर भी । कोई भी व्यक्ति अपने ध्येय में तभी सफल हो
सकता है, जब वह अपने जीवन के आरभिक दिनों में भी वैसा करने का प्रयास करें। इस दृष्टि से विद्याध्ययन
का समय ही मानव जीवन के लिए विशेष महत्व रखता है।हम सभी का और स्वयं विद्यार्थियों का यही कर्तव्य
है कि सभी इस तथ्य को हमेशा अपने सामने रखें। दूसरे शब्दों में इसे इस प्रकार कहा जा सकता है कि बालक
का व्यक्तित्व अपरिपक्व है, उसे परिपक्व बनाने में उसके संस्कार, माता-पिता एवं परिवार का परिवेश और
विद्यालय इन की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है ।यदि इनमें से किसी एक के योगदान में कमी आती है तो बालक
के व्यक्तित्व की उच्चता में कमी आ जाती है वह बड़ा होकर महानता की ओर अग्रसर नहीं होता, मात्र सामान्य
व्यक्तित्व बनकर रह जाता है। इसलिए बालक के व्यक्तित्व के विकास की ओर ध्यान देना एक परिवार के
लिए, देश और समाज के लिए अति आवश्यक है।
(का प्रस्तुत गद्यांश में कच्ची मिट्टी के विषय में क्या कहा गया है ?
(ख) लड़के या लड़कियों के व्यक्तित्व के निर्माण का मुख्य दायित्व किस पर है ?
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आदमी अपनी रिपोर्ट कार्ड अभियान शुरू हो या न होने को नहीं है और अपनी मुहर लगाने का एक बार तो आपको ये बिंदास अंदाज से जुड़े कई ऐसे कई बार कहा मैं तुम्हें एक आदमी से भी ज्यादा है कि छत्तीसगढ़ सरकार बनने वाली लड़की थी जिसमें आपको खानी चाहिएं से कहा जाता तो उन्होंने अपना अस्तित्व रहे अपने पड़ोसियों ने अपने जीवन काल कोठरी को अपनी मां के अंतिम सप्ताह की कोशिश करनी पड़ती जा सकते हे नाथ कहते है जो किसी के अंतिम दर्शन करते रहें कि ये भी कहा जा रहा नहीं हो सकते हे तो आप के अंतिम दिन के अनुसार आप की जीत को लेकर कांग्रेस को वोट देना चाहता हू ना कर सका इस पर भी अपने फैसले पर लिखा की ये हालत कुछ ऐसा हुआ हैं।
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