1. निम्नलिखित गद्यांशों को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
किसी भी जीव के शरीर और मानस के सबसे ऊपर मस्तिष्क है। इस मस्तिष्क का स्वभाव कैसे तय होता है? बुद्धि में होने
वाले विचार से तय होता है इसका मतलब यह है कि किसी भी व्यक्ति के वंशानुगत स्वभाव को उसकी बुद्धि, उसका विवेक
बदल सकता है। इसका मतलब यह है कि हमारे बर्ताव, हमारे कर्म पर हमारा वश है चाहे दुनिया भर पर न भी हो। हम अपने
स्वभाव को अपनी बुद्धि में बारीक बदलाव लाकर बदल सकते हैं इसके लिए मस्तिष्क की रूप रेखा पर एक नजर दौड़ानी
होगी।
हमारे मस्तिष्क के दो विभिन्न अंश है: चेतन और अवचेतन। दोनों ही अलग-अलग प्रयोजनों के लिए जिम्मेदार है और दोनों
के सीखने के तरीके भी अलग-अलग हैं। मस्तिष्क का चेतन भाग हमें विशिष्ट बनाता है, वही हमारी विशिष्टता है। इसकी
वजह से एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से अलग होता है। हमारा कुछ अलग-सा स्वभाव, हमारी कुछ अनोखी सृजनात्मक
शक्ति । ये सब मस्तिष्क के इसी हिस्से से संचालित होती हैं, तय होती हैं। हर व्यक्ति की चेतन रचनात्मकता ही उसकी
मनोकामना, उसकी इच्छा और महत्त्वाकांक्षा तय करती है।
इसके विपरीत मस्तिष्क का अवचेतन हिस्सा एक ताकतवर प्रतिश्रुति यंत्र जैसा ही है। यह अब तक के रिकॉर्ड किए हए
अनुभव दोहराता रहता है। इसमें रचनात्मकता नहीं होती। यह उन स्वचलित क्रियाओं और उस सहज स्वभाव को
नियंत्रित करता है, जो दुहरा-दुहराकर, हमारी आदत का एक हिस्सा बन चुका है। यह जरूरी नहीं है कि अवचेतन दिमाग
की आदतें और प्रतिक्रियाएँ हमारी मनोकामनाओं या हमारी पहचान पर आधारित हों। दिमाग का यह हिस्सा अपने जन्म
के थोड़े पहले, माँ के पेट में ही सीखना शुरू कर देता है जैसे जीवन के चक्रव्यूह में उतरने से पहले ही 'अभिमन्यु' पाट
सीखने लगा हो । यहाँ से लेकर सात साल की उम्र तक ये सारे कर्म और आपरण हमारे दिमाग का यह अवचेतन हिस्सा
सीख लेता है जो भावी जीवन के लिए मूल आधार हैं।
हम अपने स्वभाव को कैसे परिवर्तित कर सकते हैं?
li हमारे मस्तिष्क के कौन-कौन से अश होते हैं?
iii. मस्तिष्क के चेतन भाग का क्या कार्य है?
iv. अवचेतन मस्तिष्का से क्या अभिप्राय है?
V. लेखका अभिमन्यु के माध्यम से क्या प्रतिपादित करना चाहता है?
Answers
Answered by
1
Answer:
Here's somewhat i got ...plz rate and mark as brainliest
Attachments:
Similar questions