1. निम्नलिखित गदयांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखें | (2+2+1=5)
कर्मभीरु मनुष्य काम करने से डरता है,काम -देखकर भयभीत होता है | वह परान्न और
पराश्रय पर अपना जीवन निर्वाह करता है |स्वावलंबन और आत्म-निर्भरता उससे कोसों दूर
खड़ी रहती है न उसमें उनके आहवान की शक्ति होती है और न आदर की क्या आपने कभी
सोचा है कि इस प्रकार के कर्मभीरु मानव के पुरुषार्थ और शक्ति को उससे किसने छीन
लिया ?वह अकर्मण्य क्यों बन बैठा ?उदासी ने उसके जीवन में घर क्यों बना लिया ? इन
सब प्रश्नों का आप केवल एक ही उत्तर पाएंगे कि उसके सुनहरे जीवन को आलस्य रूपी
कीटाणु ने खोखला बना दिया है |आलस्य मनुष्य के जीवन का सबसे बड़ा शत्रु है जो उसकी
समस्त सृजनात्मक और रचनात्मक शक्तियों को छीनकर उसे लौदा बना देता है।
क) कर्मभीरु मनुष्य किससे डरता है? और वह अपना जीवन कैसे निर्वाह करता है।
Answers
Answered by
0
Answer:
poda answer panna mudiyadhu
Similar questions