(1) निम्नलिखित मुद्दों के आधार पर लगभग 80 से 100 शब्दों में
कहानी लिखकर उचित शीर्षक दीजिए :
शेखर एक छोटा लड़का - माँ के साथ झोंपड़ी में रहना - बरसात
के दिन - आँधी और तूफान आना – रेल की पटरी उखड़
शेखर की नजर में आना - रेलगाड़ी आने का समय होना
लाल कमीज पकड़कर पटरी पर खड़ा रहना
यात्रियों द्वारा भला-बुरा कहना - ड्राइवर का देखना – शेखर के
कारण यात्रियों की जान बचना – राष्ट्रपति द्वारा स्वर्ण पदक।
जाना
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रेल रुकना
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कहानी
Answers
➳ कहानी
किसी गांव में शेखर नाम का एक लड़का रहता था । जब वह एक साल का था तो उसके पिता की मृत्यु हो गई थी । उसकी मां दूसरों के घर में काम करकर उसका पालन - पोषण किया था । वह अपनी मां के साथ एक झोपड़ी में रहता था ।
एक रात बरसात के दिनों में बहुत तेज वर्षा होने लगी । साथ साथ बहुत तेज़ आंधी - पानी भी आ गया , जिसके कारण रेल की पटरी उखर गई ।
अगले दिन जब शेखर सुबह टहलने गया , तब उसकी नज़र टूटी हुई रेल की पटरी पर पड़ी । इससे पहले कि वह किसी को बता पाता , उससे दूर से एक ट्रेन आती हुई दिखाई दी । अगर वह किसी को मदद के लिए भी बुलाने जाता तब तक शायद कुछ दुर्घटना घट जाती । उसने संयम से काम लिया और कुछ पल विचार करने के बाद अपनी लाल कमीज़ को खोलकर उसे फहराने लगा ।
सौभाग्यपूर्ण , ड्राइवर ने उसे देख लिया और समय रहते ट्रेन रोक दी । लोग ट्रेन से उतर शेखर को बुरा भला करने लगे कि उसने ट्रेन को क्यों रुकवाया। फिर बाद में शेखर ने बताया कि आगे रेल की पटरी टूटी हुई थी , जिसके कारण उनकी जान बची थी।
शेखर की बहादुरी से प्रसन्न होकर राष्ट्रपति ने भी उसे स्वर्ण पदक से सम्मानित किया।