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1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए |
1. कातर होकर दोनों पछियों ने एक दूसरे से क्या कहा?
2. नकल करते हुए पकड़े जाने पर क्या कार्यवाही होती है?
3. बूढा मंत्री के पास क्या प्रस्ताव लेकर जा रहा था? |
II. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए|
4. अपनी संपन्नता को प्रकट करने के लिए बूढा बाबा ने क्या बताया?
5. मधुलिका अपनी जमीन बेचने को तैयार क्यों नहीं थी?
6. राम ने क्या-क्या निश्चय किया?
III. निम्नलिखित विषय पर अनुच्छेद 40 से 50 शब्दों में लिखिए|(कोई एक)
7. सादा जीवन उच्च विचार
8. मेरा विद्यालय |
Answers
Answer:
भारत और चीन की गणना विश्व की पांच महानतम सभ्यताओं (सिन्धु घाटी, मेसोपोटामिया, मिस्र, माया और चीनी सभ्यता) में की जाती हैं। दोनों पड़ोसी राष्ट्र हैं। अपने-अपने लंबे इतिहास में दोनों राष्ट्रों की जनता के बीच दुर्गम रास्तों के उपरान्त भी यात्रा का क्रम चलता रहा। दोनों ही राष्ट्रों के लोग एक-दूसरे से अनेक बातें सीखते आए हैं। इस पारस्परिक सम्बन्ध ने दोनों राष्ट्रों के बीच संस्कृति के विकास में महान योगदान ही नहीं दिया बल्कि विश्व संस्कृति के संवर्धन में भी अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्राचीन काल से लेकर आज तक भारत और चीन की जनता पारस्परिक आदान-प्रदान के अटूट सूत्र में बंधी रही है। महाभारत काल से स्थापित यह सम्बन्ध बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार के बाद खूब फला-फूला। लेकिन अचानक ऐसा क्या हुआ जिसने भारत-चीन संबंधों को अत्यंत कटुतापूर्ण बना दिया। आइए जानते हैं-