History, asked by kanaksharma592, 10 months ago

1 निम्नलिखित दोहे का भाव स्पष्ट करते हुए अपनी टिप्पणी कीजिए
निंदक नियरे राखिए, आँगन कुटी छवाय।
बिन पानी साबुन बिना, निर्मल करत सुभाय।।​

Answers

Answered by Tusharambatkar
0

Answer:

sorry I don't know that question answer make me brilliant please

Answered by afiakmch
1

Answer:

अर्थात: जो हमारी निंदा करता है, उसे अपने अधिक से अधिक पास ही रखना चाहिए क्योंकि वह बिना साबुन और पानी के हमारी कमियां बताकर हमारे स्वभाव को साफ कर देता है।

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