__1. निम्नलिखित दोहे का भाव स्पष्ट करते हुए अपनी टिप्पणी कीजिए:
निंदक नियरे राखिए, आँगन कुटी छवाय ।
बिन पानी साबुन बिना, निर्मल करत सुभाय।।
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Explanation: अर्थ : जो हमारी निंदा करता है, उसे अपने अधिकाधिक पास ही रखना चाहिए। वह तो बिना साबुन और पानी के हमारी कमियां बता कर हमारे स्वभाव को साफ़ करता है.
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