1.ननम्नलिखखत अपठित गदर्ाांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही ववकल्प चनु कर लिखखए । [5X1=5]
सींत कब र िे ठीक ही कहा था “काल करै सो आज कर, आज करै सो अब” क्योंकक समय ककस की प्रत क्षा
िहीीं करता। जो व्यक्क्त आज का काम आज ि करके बाद के ललये टाल देता है,वह बाद में पछताता ही रह
जाता है। बुद्धिमाि व्यक्क्त समय का मूल्य जािते हैं। वे अपिे सभ कायि समय पर करते हैंऔर सफलता
की स हियााँ चिते जाते हैं। आलस और मूखि व्यक्क्त कल की प्रत क्षा करते रहते हैंपर उिका कल कभ
िहीीं आता। समय मुट्ठी में बन्द रेत की तरह होता है, क्जसे क्जतिा पकड़ों उतिा ही हाथ कफसला चला
जाता है। समय की परवाह ि करिे वाले र्वद्याथी भ बाद में पछताते हैं। अतः समय का सदपुयोग करिा
चाहहए ।
(i) समय ककसकी प्रत क्षा िहीीं करता है?
(क) व्यक्क्त की (ख) समय की
(ग) छात्रों की (घ) ककस की िहीीं
(ii) कल की प्रत क्षा कौि करते हैं?
(क) आलस (ख) मूखि
(ग) आलस और मूखि दोिों (घ) इिमें से कोई िहीीं
(iii) ‘मूख’ि शब्द का र्वलोम ललखें।
(क) साहस (ख) बलवाि
(ग) बुद्धिमाि (घ) आलस
(iv) समय की परवाह ि करिेवाले बाद में ________ हैं।
(क) खशु रहते (ख) पछताते
(ग) प्रत क्षा करते (घ) स हियााँ चिते
(v) समय का ________ करिा चाहहए।
(क) सदपुयोग (ख) दरुुपयोग
(ग) इींतजार (घ) कुछ िहीीं
Answers
Answer:
ननम्नलिखखत अपठित गदर्ाांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही ववकल्प चनु कर लिखखए । [5X1=5]
सींत कब र िे ठीक ही कहा था “काल करै सो आज कर, आज करै सो अब” क्योंकक समय ककस की प्रत क्षा
िहीीं करता। जो व्यक्क्त आज का काम आज ि करके बाद के ललये टाल देता है,वह बाद में पछताता ही रह
जाता है। बुद्धिमाि व्यक्क्त समय का मूल्य जािते हैं। वे अपिे सभ कायि समय पर करते हैंऔर सफलता
की स हियााँ चिते जाते हैं। आलस और मूखि व्यक्क्त कल की प्रत क्षा करते रहते हैंपर उिका कल कभ
िहीीं आता। समय मुट्ठी में बन्द रेत की तरह होता है, क्जसे क्जतिा पकड़ों उतिा ही हाथ कफसला चला
जाता है। समय की परवाह ि करिे वाले र्वद्याथी भ बाद में पछताते हैं। अतः समय का सदपुयोग करिा
चाहहए ।
(i) समय ककसकी प्रत क्षा िहीीं करता है?
(क) व्यक्क्त की (ख) समय की
(ग) छात्रों की (घ) ककस की िहीीं
(ii) कल की प्रत क्षा कौि करते हैं?
(क) आलस (ख) मूखि
(ग) आलस और मूखि दोिों (घ) इिमें से कोई िहीीं
(iii) ‘मूख’ि शब्द का र्वलोम ललखें।
(क) साहस (ख) बलवाि
(ग) बुद्धिमाि (घ) आलस
(iv) समय की परवाह ि करिेवाले बाद में ________ हैं।
(क) खशु रहते (ख) पछताते
(ग) प्रत क्षा करते (घ) स हियााँ चिते
(v) समय का ________ करिा चाहहए।
(क) सदपुयोग (ख) दरुुपयोग
(ग) इींतजार (घ) कुछ िहीीं
Explanation:
ननम्नलिखखत अपठित गदर्ाांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के सही ववकल्प चनु कर लिखखए । [5X1=5]
सींत कब र िे ठीक ही कहा था “काल करै सो आज कर, आज करै सो अब” क्योंकक समय ककस की प्रत क्षा
िहीीं करता। जो व्यक्क्त आज का काम आज ि करके बाद के ललये टाल देता है,वह बाद में पछताता ही रह
जाता है। बुद्धिमाि व्यक्क्त समय का मूल्य जािते हैं। वे अपिे सभ कायि समय पर करते हैंऔर सफलता
की स हियााँ चिते जाते हैं। आलस और मूखि व्यक्क्त कल की प्रत क्षा करते रहते हैंपर उिका कल कभ
िहीीं आता। समय मुट्ठी में बन्द रेत की तरह होता है, क्जसे क्जतिा पकड़ों उतिा ही हाथ कफसला चला
जाता है। समय की परवाह ि करिे वाले र्वद्याथी भ बाद में पछताते हैं। अतः समय का सदपुयोग करिा
चाहहए ।
(i) समय ककसकी प्रत क्षा िहीीं करता है?
(क) व्यक्क्त की (ख) समय की
(ग) छात्रों की (घ) ककस की िहीीं
(ii) कल की प्रत क्षा कौि करते हैं?
(क) आलस (ख) मूखि
(ग) आलस और मूखि दोिों (घ) इिमें से कोई िहीीं
(iii) ‘मूख’ि शब्द का र्वलोम ललखें।
(क) साहस (ख) बलवाि
(ग) बुद्धिमाि (घ) आलस
(iv) समय की परवाह ि करिेवाले बाद में ________ हैं।
(क) खशु रहते (ख) पछताते
(ग) प्रत क्षा करते (घ) स हियााँ चिते
(v) समय का ________ करिा चाहहए।
(क) सदपुयोग (ख) दरुुपयोग
(ग) इींतजार (घ) कुछ िहीीं