1. राजकिशोर जी बसंत की प्रशंसा में क्या कहते हैं?
Answers
राजकिशोर जी बसंत की प्रशंसा में कहते हैं कि उसके अंदर दुर्लभ गुण हैं और वह गुण हैं, उसकी ईमानदारी और सच्चाई, स्वाभिमानी होना और परिश्रमी होना।
बसंत एक स्वाभिमानी और ईमानदार लड़का था। वह अपनी मेहनत से पैसे कमाता था, किसी से दया की भीख नहीं लेता था। जब पंडित राजकिशोर ने दयावश उसे कुछ पैसे देने चाहे तो उसने मना कर दिया और तब राजकिशोर ने उससे कुछ सामान खरीदा।
जब वसंत नोट छुट्टा कराने के लिए गया तो वापसी आते समय उसकी दुर्घटना हो गई वह बुरी तरह घायल हो गया फिर भी उसने अपने छोटे भाई को पैसे लौटाने के लिए राजकिशोर के घर भेजा। इससे राजकिशोर जी उसकी ईमानदारी और सच्चाई के कायल हो गए। राजकिशोर गरीबों के प्रति सहानुभूति रखते थे और वह मजदूरों के अधिकारों के लिए लड़ने वाले एक नेता थे। बसंत की सहायता करने के लिए उन्होंने सामान खरीदा था। जब उन्हें बसंत की दुर्घटना के बारे में पता चला तो उसके घर गए और डॉक्टर को बुलाया और अस्पताल पहुंचाने का प्रबंध किया। दोनों भाइयों को ढांढस बंधाया। ये राजकिशोर जी का मानवीय पक्ष था।