Hindi, asked by divyaprajapat701, 1 month ago

1. रचनात्मक कार्य- आपने अपने घर में पौधे लगाए होगें आप उनका रखरखाव कैसे करते हैं ? उस विषय पर एक 100 शब्दों का अनुच्छेद लिखिए​

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Answered by Anonymous
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  • हॉलीवुड फ़िल्म 'मैड मैक्स: फरी रोड' में अभिनेत्री चार्लीज़ थेरॉन का किरदार फ्यूरिओसा 'एक हरियाली भरी जगह' (द ग्रीन प्लेस) पर जाने की सोचती है. ये एक नख़लिस्तान है, जो उस फ़िल्म में तबाह हो चुकी धरती का एक छोटा सा टुकड़ा मात्र है. लेकिन, जब फ्यूरिओसा उस पवित्र इलाक़े में पहुंचती है, तो देखती है कि वहां पेड़ों के ठूंठ खड़े हैं और रेत के टीले बचे हैं. वो बहुत तकलीफ़ से गुज़रते हुए चीखती है. ऐसा लगता है कि बिना दरख़्तों के, सारी उम्मीदें टूट गई हैं.
  • हॉलीवुड फ़िल्म 'मैड मैक्स: फरी रोड' में अभिनेत्री चार्लीज़ थेरॉन का किरदार फ्यूरिओसा 'एक हरियाली भरी जगह' (द ग्रीन प्लेस) पर जाने की सोचती है. ये एक नख़लिस्तान है, जो उस फ़िल्म में तबाह हो चुकी धरती का एक छोटा सा टुकड़ा मात्र है. लेकिन, जब फ्यूरिओसा उस पवित्र इलाक़े में पहुंचती है, तो देखती है कि वहां पेड़ों के ठूंठ खड़े हैं और रेत के टीले बचे हैं. वो बहुत तकलीफ़ से गुज़रते हुए चीखती है. ऐसा लगता है कि बिना दरख़्तों के, सारी उम्मीदें टूट गई हैं.अमरीका के फ्लोरिडा स्थित ग़ैर सरकारी संगठन ट्री फाउंडेशन की निदेशक मेग लोमैन कहती हैं, "जंगल हमारी दुनिया की लाइफ़लाइऩ हैं. उनके बग़ैर हम पृथ्वी पर ज़िंदगी का पहिया घूमने का तसव्वुर भी नहीं कर सकते हैं."
  • हॉलीवुड फ़िल्म 'मैड मैक्स: फरी रोड' में अभिनेत्री चार्लीज़ थेरॉन का किरदार फ्यूरिओसा 'एक हरियाली भरी जगह' (द ग्रीन प्लेस) पर जाने की सोचती है. ये एक नख़लिस्तान है, जो उस फ़िल्म में तबाह हो चुकी धरती का एक छोटा सा टुकड़ा मात्र है. लेकिन, जब फ्यूरिओसा उस पवित्र इलाक़े में पहुंचती है, तो देखती है कि वहां पेड़ों के ठूंठ खड़े हैं और रेत के टीले बचे हैं. वो बहुत तकलीफ़ से गुज़रते हुए चीखती है. ऐसा लगता है कि बिना दरख़्तों के, सारी उम्मीदें टूट गई हैं.अमरीका के फ्लोरिडा स्थित ग़ैर सरकारी संगठन ट्री फाउंडेशन की निदेशक मेग लोमैन कहती हैं, "जंगल हमारी दुनिया की लाइफ़लाइऩ हैं. उनके बग़ैर हम पृथ्वी पर ज़िंदगी का पहिया घूमने का तसव्वुर भी नहीं कर सकते हैं."इस ग्रह को पेड़ जो सेवाएं देते हैं, उनकी फ़ेहरिस्त बहुत लंबी है. वो इंसानों और दूसरे जानवरों के छोड़े हुए कार्बन को सोखते हैं. ज़मीन पर मिट्टी की परत को बनाए रखने का काम करते हैं. पानी के चक्र के नियमितीकरण में भी इनका अहम योगदान है. इसके साथ पेड़ प्राकृतिक और इंसान के खान-पान के सिस्टम को चलाते हैं और न जाने कितनी प्रजातियों को भोजन प्रदान करते हैं. इसके अलावा ये दुनिया के अनगिनत जीवों को आसरा देते हैं. बिल्डिंग मैटीरियल यानी लकड़ी की शक़्ल में ये इंसानों को भी घर बनाने में मदद करते हैं.
  • हॉलीवुड फ़िल्म 'मैड मैक्स: फरी रोड' में अभिनेत्री चार्लीज़ थेरॉन का किरदार फ्यूरिओसा 'एक हरियाली भरी जगह' (द ग्रीन प्लेस) पर जाने की सोचती है. ये एक नख़लिस्तान है, जो उस फ़िल्म में तबाह हो चुकी धरती का एक छोटा सा टुकड़ा मात्र है. लेकिन, जब फ्यूरिओसा उस पवित्र इलाक़े में पहुंचती है, तो देखती है कि वहां पेड़ों के ठूंठ खड़े हैं और रेत के टीले बचे हैं. वो बहुत तकलीफ़ से गुज़रते हुए चीखती है. ऐसा लगता है कि बिना दरख़्तों के, सारी उम्मीदें टूट गई हैं.अमरीका के फ्लोरिडा स्थित ग़ैर सरकारी संगठन ट्री फाउंडेशन की निदेशक मेग लोमैन कहती हैं, "जंगल हमारी दुनिया की लाइफ़लाइऩ हैं. उनके बग़ैर हम पृथ्वी पर ज़िंदगी का पहिया घूमने का तसव्वुर भी नहीं कर सकते हैं."इस ग्रह को पेड़ जो सेवाएं देते हैं, उनकी फ़ेहरिस्त बहुत लंबी है. वो इंसानों और दूसरे जानवरों के छोड़े हुए कार्बन को सोखते हैं. ज़मीन पर मिट्टी की परत को बनाए रखने का काम करते हैं. पानी के चक्र के नियमितीकरण में भी इनका अहम योगदान है. इसके साथ पेड़ प्राकृतिक और इंसान के खान-पान के सिस्टम को चलाते हैं और न जाने कितनी प्रजातियों को भोजन प्रदान करते हैं. इसके अलावा ये दुनिया के अनगिनत जीवों को आसरा देते हैं. बिल्डिंग मैटीरियल यानी लकड़ी की शक़्ल में ये इंसानों को भी घर बनाने में मदद करते हैं.पेड़ हमारे लिए इतने काम के हैं, फिर भी हम इन्हें इतनी बेरहमी से काटते रहते हैं, जैसे कि इनकी इस धरती के लिए कोई उपयोगिता ही नहीं. इंसान ये सोचता है कि इनके बग़ैर हमारा काम चल सकता है. हम ये सोचते हैं कि आर्थिक लाभ के लिए पेड़ों की क़ुर्बानी दे सकते हैं. अगर पेड़ इंसान की सोची हुई विकास की प्रक्रिया में बाधा बनें तो इन्हें काटकर हटाया जा सकता है.
Answered by Sly01
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पेड़-पौधों या वनस्पतिलोक का अर्थ, किसी क्षेत्र का वनस्पति जीवन या भूमि पर मौजूद पेड़-पौधे और इसका संबंध किसी विशिष्ट जाति, जीवन के ऱूप, रचना, स्थानिक प्रसार या अन्य वानस्पतिक या भौगोलिक गुणों से नहीं है। यह शब्द फ्लोरा शब्द से कहीं अधिक बड़ा है जो विशेष रूप से जाति की संरचना से संबधित होता है। शायद सबसे करीबी पर्याय वनस्पति समाज है, लेकिन पेड़-पौधे शब्द स्थानिक पैमानों की विस्तृत श्रेणी से संबध रख सकता है, जिनमें समस्त विश्व की वनस्पति-संपदा समाविष्ट है। प्राचीन लाल लकड़ी के वन, तटीय सदाबहार वन, दलदल में जमने वाली काई, रेगिस्तानी मिट्टी की पर्तें, सड़क के किनारे उगने वाली घास, गेहूं के खेत, बाग-बगीचे ये सभीपेड़-पौधों की परिभाषा में शामिल हैं।

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