1. सागर ने रास्ता छोड़ा।
परबत ने सीस झुकाया॥
उपर्युक्त पंक्तियों का भाव समझाइए।
Answers
Answered by
6
Answer:
सागर ने रस्ता छोडा, परबत ने सीस झुकाया' – इन पंक्तियों द्वारा साहिर जी नेमनुष्य के साहस और हिम्मत को दर्शाया हैं। यदि मेहनत करने वाले मिलकर कदम बढ़ाते हैं तो समुद्र भी उनके लिए रास्ता छोड़ देता है, पर्वत भी उनके समक्ष झुक जाते हैं अर्थात् आने वाली बाधाएँ स्वयं ही टल जाती हैं।
Similar questions